पलामू:पलामू सेंट्रल जेल की स्थापना के 120 वर्ष से भी अधिक हो चुके हैं. अब इस जेल की विस्तार की योजना है. करीब 31 करोड़ की लागत से सेंट्रल जेल के विस्तार की योजना है. पलामू सेंट्रल जेल में फिलहाल लगभग 1100 बंदी और कैदी हैं. जबकि यहां 705 कैदी और बंदियों की रहने की क्षमता है. कोविड 19 काल मे पेरोल पर बड़ी संख्या में कैदी बाहर निकले. अब सभी की वापसी शुरू हो गई है. अगले कुछ दिनों में पलामू सेंट्रल जेल में कैदियों और बंदियों की संख्या दोगुनी हो जाएगी.
पलामू सेंट्रल जेल का होगा विस्तार, क्षमता से डेढ़ गुणा अधिक हैं बंदी, अंग्रेजो के जमाने का है पलामू जेल
लगभग 120 साल से भी पुराने पलामू सेंट्रेल जेल का अब विस्तार किया जाएगा. इस जेल में इसकी क्षमता से लगभग दो गुना कैदी बंद हैं. पलामू सेंट्रल जेल का विस्तार करीब 31 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है.
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31 करोड़ की लागत से नए भवन का होगा निर्माण
पलामू सेंट्रल जेल का विस्तार करीब 31 करोड़ रुपये की लागत से किया जाना है. भवन निर्माण विभाग ने इसके लिए खाका तैयार कर लिया है. अगले कुछ दिनों में काम शुरू होने की उम्मीद है. सेंट्रल जेल का विस्तारित नया भवन पुराने भवन से जुड़ा हुआ होगा. पलामू सेंट्रल जेल के अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि पलामू सेंट्रल जेल के विस्तार की योजना को भवन निर्माण विभाग के पास भेजा गया है. जेल के विस्तार हो जाने से कैदियों और बंदियों को कई सुविधा मिलेगी. पलामू के हुसैनाबाद में भी एक जेल का निर्माण कार्य शुरू होना है, लेकिन जमीन की चहारदीवारी का काम विवादों के कारण नही हो पा रहा.
पलामू सेंट्रल जेल में बढ़ाई गई सुरक्षा
पलामू सेंट्रल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बिजली के तार से जेल के चारों तरफ घेराबंदी की गई है. सेंट्रेल के छत पर चारों तरफ बिजली के तार लगाए गए हैं और उसमें करंट प्रवाहित किया गया है. तार को छूते ही झटका लगेगा और जेल में लगा सायरन बजने लगेगा. जेल के अंदर और बाहर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है. पलामू सेंट्रल जेल में एक दर्जन से भी अधिक टॉप नक्सली और राज्य के बड़े अपराधी बंद हैं.