पलामूः प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के पलामू, उतरी दक्षिणी छोटानागपुर और बिहार के मगध प्रमंडल बंद का पलामू में मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. माओवादियों ने रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला, बिहार और झारखंड के कई इलाकों में सुरक्षाबलो के अभियान के विरोध में माओवादियो ने बंद की घोषणा की थी. माओवादियों के बंद का पलामू के इलाके में मिलाजुला असर देखा जा रहा है. माओवादियों के बंद के कारण पलामू से रांची के जाने वाली यात्री बसों का परिचालन नहीं हुआ.
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Naxal Bandh in Palamu: पलामू में माओवादियों के बंद का मिलाजुला असर, हाई अलर्ट पर पुलिस
पलामू में माओवादियों के बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. यात्री बसों का परिचालन नहीं हो रहा है. ग्रामीण इलाकों में बंद का ज्यादा असर देखने का मिल रहा है. वहीं पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है.
माओवादियों के बंद का असर सबसे अधिक ग्रामीण इलाकों में देखा गया. हरिहरगंज, नौडीहा बाजार, मनातू, पिपराटांड़, पांडु, छत्तरपुर के इलाके में सबसे अधिक बंद का असर रहा. इलाके के बाजार बंद रहे. जबकि यात्री वाहनों का परिचालन भी ठप रहा. बंद का असर बाजारों पर पड़ा, ग्रामीण क्षेत्र के लोग बाजार के लिए शहर नहीं पंहुच पाए. माओवादियों के बंद को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया था.
पलामू रेंज के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल की तैनाती की गई थी. झारखंड बिहार सीमा पर सर्च अभियान शुरू किया था. इस अभियान में बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है. पुलिस अधिकारियों को लूज मूवमेंट नहीं करने को कहा गया था. माओवादियो के बंद को देखते हुए सरकारी भवनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.