पलामू:पांकी हिंसा के बीच शनिवार को चतरा सांसद सुनील सिंह और स्थानीय विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने राहेवीर पहाड़ी शिव मंदिर में पूजा की. वहीं पांकी हिंसा को देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू है और चार लोगों से अधिक को एक साथ पूजा करने की अनुमति नहीं थी. सांसद और विधायक को पुलिस ने कड़ी निगरानी में चार-चार के समूह में पूजा करने की अनुमति दी थी. हालांकि इस दौरान कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं को मौके पर जाने से रोक दिया गया. सांसद और विधायक चार-चार लोगों के समूह में मंदिर में प्रवेश किया और करीब आधे घंटे तक पूजा की. आम लोगों को भी चार-चार के समूह में पूजा करने की अनुमति दी गई थी. चार-चार की संख्या में लोग पूजा के लिए मंदिर पहुंचे थे. मंदिर परिसर के बाहर ही मीडिया को रोक दिया गया था.
Mahashivratri In Palamu:महाशिवरात्रि पर राहेवीर पहाड़ी शिव मंदिर में सांसद और विधायक ने की पूजा, कहा- पांकी हिंसा प्रशासन की विफलता
महाशिवरात्रि पर चतरा सांसद सुनील सिंह और विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने नियम के तहत राहेवीर पहाड़ी शिव मंदिर में पूजा की. चार-चार लोगों के समूह में सांसद और विधायक को पूजा करने की अनुमति दी गई थी. पांकी हिंसा को लेकर प्रशासन अलर्ट दिखा. वहीं इस दौरान सांसद ने घटना को साजिश बताते हुए सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है.
सांसद का आरोप-राज्य में हो रही है तुष्टीकरण की राजनीतिः पांकी के हालात पर सांसद सुनील सिंह ने कहा कि यह अत्याचार है. हम पाकिस्तान में हैं क्या. रांची से पांकी पहुंचने में कहीं रोका नहीं जा रहा है, यानी स्थिति सामान्य है. भय का माहौल बनाया जा रहा है. पांकी घटना साजिश है. खास मौकों पर ही इस तरह का विवाद होता है, ताकि हमारे पर्व और त्योहार प्रभावित हो. सांसद ने कहा कि हालात से आम लोग प्रभावित हैं. दुकानें खुलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मंगलवार की रात में जब दो पक्षों में बहस हुई थी तो प्रशासन को सतर्क हो जाना चाहिए था, लेकिन पुलिस अलर्ट नहीं थी. इस कारण यह घटना हुई. यह घटना प्रशासनिक विफलता है. लोगों को फंसाया जा रहा है. यह तुष्टीकरण की राजनीति है. सारा कुछ छुपाने के लिए सब किया जा रहा है.
षड्यंत्र करने वालों में मंसूबों को नाकाम करें बाबाःमंदिर में पूजा करने के बाद स्थानीय विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि बाबा से प्रार्थना करते हैं कि षड्यंत्रकारियों के मंसूबों को नाकाम करें. इस बार शिव बारात नहीं निकली है, यह काफी दुखद है. कोविड 19 काल के बाद यह बारात निकाली जानी थी. उन्होंने पांकी की सलामती के लिए भी बाबा से प्रार्थना की है. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर के बाहर मीडिया को रोका जाना दुखद है और यह लोकतंत्र की हत्या है.