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नक्सलियों से मुठभेड़ में पलामू का लाल अखिलेश शहीद, पैतृक गांव में पसरा मातम

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Published : Oct 4, 2019, 4:35 PM IST

नक्सलियों से मुठभेड़ में झारखंड पुलिस के जगुआर बटालियन के दो जवान शहीद हो गए. शहीद अखिलेश राम पलामू के रहने वाले थे. घटना की सूचना जैसे ही शहीद के गांव पहुंचा, पूरा गांव में मातम फैल गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बता दें कि मुठभेड़ में दो जवान शहीद हुए हैं.

शहीद के पैतृक गांव में मातम

पलामूः शुक्रवार को नक्सलियों से मुठभेड़ में पलामू के लाल अखिलेश राम शहीद हो गए. वह झारखंड पुलिस के जगुआर बटालियन के जवान थे. अखिलेश राम के शहीद होने की सूचना मिलते ही कुंदरी गांव का माहौल गमगीन हो गया है. शहीद की मां सारो देवी और पत्नी भारती देवी के चित्कार से घर में कोहराम मचा हुआ है. घटना की सूचना पर शहीद के घर पर अंतिम दर्शन के लिए परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी है.

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कैसे हुई थी घटना

जानकारी के अनुसार, रांची पुलिस को देर रात गुप्त सूचना मिली थी कि दशम फॉल के पास नक्सलियों का जमावड़ा लगा हुआ है. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते एसटीएफ जगुआर और जिला पुलिस के जवान छापामारी के लिए निकले थे. इसी दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में एसटीएफ जगुआर के दो जवानों को गोली लगी थी. जिसमें लेस्लीगंज के कुंदरी का जवान अखिलेश राम शहीद हो गए. जबकि एक अन्य जवान खंजन कुमार महतो का इलाज के दौरान रांची के मेडिका हॉस्पिटल में मौत हो गई.

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2013 में हुई थी नौकरी

गांव के लोगों का कहना है कि अखिलेश राम ने 2013 में गढ़वा जिला बल में ज्वाइन किया था और वह काफी मिलनसार व्यक्ति थे. फिलहाल वह रांची में झारखंड जगुआर बटालियन में तैनात थे, 4 साल पहले 2015 में भारती देवी के साथ उसकी शादी हुई थी. जिससे 2 साल की एक बेटी भी है. परिजनों के बताया कि बीफन मांझी के दोनों बेटे पुलिस की नौकरी करते थे. जिसमें बड़ा बेटा जिला बल के जवान उमेश मांझी की 2016 में हत्या कर दी गई थी. जबकि छोटा बेटा उग्रवादियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया.

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