पलामूः पीटीआर के 14 पर्यटन स्थलों की कमान जल्द ही ईको डेवलपमेंट कमेटी को मिल सकती है. सोमवार को पलामू टाइगर रिजर्व और इको डेवलपमेंट कमेटी की हाई लेवल बैठक हुई. इसमें इको डेवलपमेंट कमेटी ने पर्यटन स्थलों को लेने के लिए प्रस्ताव दिया. पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक वाईके दास ने बताया कि ईडीसी के प्रस्ताव को सरकार को भेजा जाएगा, सरकार से प्रस्ताव की स्वीकृति मिलने के साथ ही, पर्यटन स्थलों की कमान उन्हें सौंप दी जाएगी. पलामू टाइगर रिजर्व में इको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है. ईडीसी को मिलने के बाद ग्रामीणों और पर्यटकों को फायदा होगा. बैठक में टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक कुमार आशीष मुकेश कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
ये भी पढ़ेंःदलबदल मामला: स्पीकर के ट्रिब्यूनल में सुनवाई का पहला दिन, क्या हुआ, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
कौन कौन से पर्यटन स्थल को लेने के लिए ईडीसी ने दिया प्रस्ताव
इको डेवलपमेंट कमेटी ने बेतला, केचकी, कमलदह, मंडल डैम, मिर्चाइया, कोयल ब्रिज गारू, सुगा बांध, लोध फॉल, अक्सी, रूद, कोयल व्यू प्वाइंट, लोअर घाघरी, मारोमार और लाभर नाका को लेने के लिए प्रस्ताव दिया है. चार अन्य जगहों के लिए प्रस्ताव नहीं मिले.
करवानी होगी ऑनलाइन बुकिंग, भीड़ वाले दिन लगेगा अधिक पैसा, 20 टीम से अधिक की नहीं होगी बुकिंग
पलामू टाइगर रिजर्व के 14 पर्यटन स्थल के लिए ईडीसी ने दिया प्रस्ताव, सरकारी अनुमोदन के लिए भेजेगा विभाग - palamu tiger reserve area
पीटीआर के 14 पर्यटन स्थलों की कमान जल्द ही ईको डेवलपमेंट कमेटी को मिल सकती है. पलामू टाइगर रिजर्व में पर्यटन की गतिविधि ईडीसी के हाथो में जाने के बाद ऑनलाइन सिस्टम लागू होगा. पर्यटक को एडवांस बुकिंग करवानी होगी.
पलामू टाइगर रिजर्व में पर्यटन की गतिविधि ईडीसी के हाथो में जाने के बाद ऑनलाइन सिस्टम लागू होगा. पर्यटक को एडवांस बुकिंग करवानी होगी. एक जगह पर 20 से अधिक टीम या परिवार की बुकिंग नही होगी. पर्यटक किसी भी तरह का भुगतान ऑनलाइन ही करेंगे. ऑफलाइन भुगतान नहीं लिया जाएगा. पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक वाईके दास बताते हैं कि पर्यटन की कमान ईडीसी को देने के बाद ग्रामीणों को आय भी होगा और पर्यटकों को सुविधा भी मिलेगी. उन्होंने बताया कि भीड़ वाले खास दिन बुकिंग चार्ज अधिक होगा.
सुरक्षा और सुविधा ईडीसी पर्यटकों को देगी, आय गांव के विकास पर होगा खर्च
पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक वाई के दास बताते हैं कि पर्यटन स्थल पर पर्यटको की सुरक्षा और उन्हें सुविधा उपलब्ध करवाने की जिम्मेवारी ईडीसी पर होगी. उन्होंने बताया कि पर्यटन गतिविधि से होने वाली आय का 60 प्रतिशत हिस्सा संबंधित गांव के विकास में लगाया जाएगा. 30 प्रतिशत ईडीसी रखेगी, जबकि 10 प्रतिशत हिस्सा सरकारी खजाना में जाएगा. ईडीसी पर्यटन स्थल की साफ सफाई और देख रेख करेगी.