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बीमार लोगों की जान पर आफत, हड़ताल पर गए MMCH के डॉक्टर - palamu news

एमएमसीएच के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. इलाज के लिए मरीज भटक रहे हैं. पिछले एक पखवाड़े से हॉस्पिटल में ओपीडी सेवा ठप थी, सोमवार से इमरजेंसी सेवा भी ठप हो गई है. MMCH के डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ को पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. हड़ताल पर मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पलामू के डॉक्टर

Doctors strike
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Published : Nov 1, 2021, 3:34 PM IST

पलामू: बीमार लोगों की जान पर आफत आ गई है. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. पिछले एक पखवाड़े से हॉस्पिटल में ओपीडी सेवा ठप थी, सोमवार से इमरजेंसी सेवा भी ठप हो गई है. MMCH के डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ को पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिला है. जिस कारण सभी डाक्टर आंदोलन पर उतर गए हैं. सीनियर और जूनियर रेजीडेंट पिछले एक पखवाड़े से आंदोलन पर थे और डीसी समेत कई वरीय अधिकारियों को पत्र लिख कर वेतन की गुहार लगाई थी. लेकिन उनके वेतन का भुगतान नहीं हुआ. आंदोलन कर रहे डॉक्टर मकबूल ने बताया कि उनके समक्ष भुखमरी की नौबत आ गई है, वे क्या करें? कई स्तर पर वे गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.

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इलाज के लिए तड़प रहे थे लोग, सीनियर डॉक्टरों ने दिखाई दरियादिली

एमएमसीएच के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. इलाज के लिए मरीज भटक रहे हैं. हुसैनाबाद से पंहुचे एक व्यक्ति की बेटी बीमार थी. बेटी के लिए खून की जरूरत थी, हड़ताल के कारण मासूम बच्ची को कोई ब्लड चढ़ाने को तैयार नहीं हो रहा था. अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों की पहल पर बच्ची को ब्लड चढ़ाया गया. अस्पताल के बाहर सीनियर डॉक्टर गंभीर से गंभीर बीमार लोगों का इलाज कर रहे थे. एमएमसीएच पलामू प्रमंडल का सबसे बड़ा अस्पताल है. अस्पताल में प्रतिदिन 700 से 800 मरीजों का इलाज होता. अस्पताल में पलामू, गढ़वा और लातेहार के मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.


सुपरिटेंडेंट के पास वित्तिय प्रभार नहीं होने कारण नहीं मिल रहा वेतन

करीब दो महीने पहले राज्य भर के मेडिकल कॉलेज में तैनात प्रशासनिक अधिकारी और डॉक्टरों का तबादला हुआ था. एमएमसीएच के सुपरिटेंडेंट का तबादला हो गया लेकिन उनकी जगह अस्थाई तौर पर डॉक्टर आरडी नागेश को प्रभार दिया गया था. डॉक्टर डी नागेश के पास वित्तीय प्रभार नहीं है जिस कारण अस्पताल में तैनात डॉक्टर और अन्य पारा मेडिकल स्टाफ को वेतन नहीं मिल पा रहा है.

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