पलामू:झारखंड के कई जेल चर्चा के केंद्र बने हुए हैं. कई जेलों में अधिकारियों और कैदियों के बीच सांठगांठ के आरोप लगे हैं. कई जेलों में आपराधिक घटनाएं भी हुई हैं. पिछले एक सप्ताह के अंदर झारखंड के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी हुई है, शुरुआत में पुलिस अधिकारियों ने छापेमारी की और बाद में प्रशासनिक अधिकारियों की छापेमारी हुई है. इस छापेमारी में कई राज सामने आए हैं.
रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पर अधिकारियों और कैदियों के बीच सांठगांठ के आरोप लगे हैं. अब इन आरोपों की न्यायिक जांच होने वाली है. राज्य सरकार के गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने एक अधिसूचना जारी की है. जिसमें विभाग ने रिटायर प्रधान न्यायाधीश वीरेंद्र नाथ पांडेय के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया है. वीरेंद्र नाथ पांडेय दुमका के जिला एवं सत्र न्यायाधीश रहे हैं. यह जांच समिति समिति दो महीने में सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी. रिटायर जज के नेतृत्व में गठित समिति बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में कई बिंदुओं पर जांच करने वाली है.
जेल में छापेमारी के बाद हुए थे कई खुलासे:दरअसल दो दिन पहले झारखंड के नौ जेल में एक साथ छापेमारी हुई थी. इस छापेमारी में कई तथ्यों का खुलासा हुआ और कई तरह के सिंडिकेट की जानकारी भी निकाल कर सामने आई. कैदियों ने छापेमारी करने वाले डीसी समेत अन्य अधिकारियों को कई तरह की जानकारियां दी हैं. उन्होंने बताया कि कैसे जेल के अंदर पैसा पहुंचाया जाता है, एक हजार रुपए में 200 रुपए कमीशन काटा जाता है. कैदियों को मिलने वाले कंबल और मच्छरदानी के वितरण में भी अनियमितता बरती जाती है.
छापेमारी में यह भी जानकारी मिली कि चंद कैदियों को ही कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं. इस छापेमारी में 200 से भी अधिक कैदियों के बयान दर्ज किए गए. जांच में यह पता चला था कि एक दशक से एक ही सप्लायर खाद्य सामग्री की सप्लाई कर रहा है. सभी जिलों की एक रिपोर्ट तैयार की गई है और इसको जेल आईजी को भेजा गया है.
झारखंड के जेल में हुई है आपराधिक घटनाएं:हाल के दिनों में झारखंड के कई जेल में अपराधी घटनाएं भी हुईं हैं. जेल अधिकारियों पर भी हमले हुए हैं. कुछ दिनों पहले धनबाद में जेल के अंदर गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कुख्यात गैंगस्टर अमन साव ने पलामू सेंट्रल जेल के अधीक्षक को जान से मारने की धमकी दी थी. वहीं गिरिडीह के जेलर पर हमला भी करवाया था. अमन साव गिरोह ने चाईबासा जेल पर भी फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था. हाल के दिनों में झारखंड के कई जिलों में अधिकारियों के तबादला किया गया है.