पलामू: 2001 में 192 स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की तैनाती के लिए नोटिफाइड किया गया था. जिन स्कूलों में उर्दू शिक्षकों की तैनाती के लिए नोटिफाइड किया गया था, उन स्कूलों में से अधिकतर ने नाम बदलकर उर्दू स्कूल कर दिया गया. पलामू में 20 उर्दू स्कूल नोटिफाइड है, जिनमें से तीन स्कूलों को 2016-17 में मर्ज कर दिया गया. ऐसी स्थिति में जिले में आधिकारिक तौर पर मात्र 17 उर्दू स्कूल बचे लेकिन फिलहाल 66 उर्दू स्कूल संचालित है जिनमें से 49 को सरकार ने नोटिफाइड नहीं किया है. इसका खुलासा पलामू जिला शिक्षा विभाग की जांच में हुआ है.
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शिक्षा विभाग ने पूरी जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफा में राज्य सरकार को भेज दिया है. पलामू जिला शिक्षा विभाग ने पूरे मामले में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी. इसी जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि पलामू में फिलहाल 66 उर्दू स्कूल संचालित हैं, जिसमें से 49 में अवैध तरीके से खुद को उर्दू स्कूल बना लिया है.
पांकी में एक भी उर्दू स्कूल नोटिफाइड नहीं, लेकिन संचालित है एक दर्जन:शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार पलामू के पांकी में एक भी उर्दू स्कूल नोटिफाइड नहीं है. लेकिन पांकी इलाके में 12 उर्दू स्कूल संचालित हो रहे हैं. यही हालात पांकी से सटे हुए कई प्रखंडों के हैं. पूरे मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ नहीं बोलना चाहते हैं.
दो दिनों में उर्दू स्कूल का बोर्ड हटाने और शुक्रवार की छुट्टी रद्द करने का निर्देश:पलामू जिला शिक्षा विभाग के एक टॉप अधिकारी ने अगले दो दिनों में वैसे स्कूल जो उर्दू स्कूल के लिए नोटिफाइड नहीं है उनका बोर्ड हटवाने का निर्देश जारी किया है. अधिकारी ने जारी निर्देश में कहा है कि जो स्कूल नोटिफाइड नहीं है वहां स्कूलों में शुक्रवार की छुट्टी को रद्द किया जाए.
जांच में हुआ खुलासा, शिक्षा विभाग ने मांगी थी रिपोर्ट:दरअसल, राज्य शिक्षा विभाग ने पलामू से यह रिपोर्ट मांगी थी कि कितने उर्दू स्कूल संचालित हैं. पूरे मामले में पलामू शिक्षा विभाग ने यूडास सिस्टम को चेक किया तो पता चला कि पलामू में 66 उर्दू स्कूल संचालित है जिसमें से मात्र 17 ही नोटिफाइड है.