पलामूःपांकी हिंसा मामले में गुरुवार को भी बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए थे. इससे स्थिथि सामान्य रही. हालांकि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन किसी भी स्थिति से निबटने के लिए मुस्तैद रहे. इसके साथ ही जिला प्रशासन की ओर से गुरुवार की शाम दोनों पक्षों के साथ बैठक की. दोनों पक्षों के साथ डीसी ए दोड्डे और एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने अलग-अलग बैठक की और धारा 144 का पालन करने का निर्देश दिया.
Palamu Violence: पांकी हिंसा मामले में प्रशासन ने दोनों पक्षों के साथ की बैठक, धारा 144 का पालन करने का दिया निर्देश
पलामू में पांकी हिंसा मामले के बाद गुरुवार को जिला प्रशासन की ओर से दोनों पक्षों के साथ बैठक की और धारा 144 का पालन करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही कई मुद्दों पर निर्णय लिया गया है.
दोनों पक्षों की ओर से प्रशासन को बताया गया कि धारा 144 का पालन किया जाएगा. धार्मिक समारोह में चार लोगों एक साथ भाग लेंगे. इसपर बैठक में सहमति बनी. डीसी ए दोड्डे ने बताया कि सभी से धारा 144 को पालन करने की अपील की गई है. उन्होंने कहा कि इंटरनेट सेवा 19 फरवरी तक बंद की गई है.
बैठक के बाद दोनों पक्ष के लोगों ने बताया कि प्रशासन के साथ बैठक हुई है, जिसमें बिंदुओं पर निर्णय लिए गए हैं. महा शिवरात्रि के बाद भी दोनों पक्षों के साथ दोबारा बैठक होगी. फिलहाल धारा 144 के तहत सारे आयोजन किए जाएंगे. बता दें कि डीसी और एसपी ने बताया कि प्रशासन उपद्रवियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेगी. इसको लेकर फोटो और वीडियो की मदद से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है.
गुरुवार को पांकी और आसपास के इलाके में पुलिस मुस्तैद रही. सुबह में रैफ जवानों ने हिंसा प्रभावित इलाके में फ्लैग मार्च किया. फ्लैग मार्च का नेतृत्व आईजी राजकुमार लकड़ा, सीनियर आईपीएस इंद्रजीत महथा, प्रियदर्शी आलोक और एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने किया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस जवान और अधिकारी शामिल थे. इसके साथ ही पांकी में 20 संवेदनशील इलाकों को चिन्हित किया गया है, जहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. बता दें कि शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए एक दर्जन के करीब डीएसपी, 50 से अधिक इंस्पेक्टर, 250 से अधिक सब इंस्पेक्टर और 2000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है.