पाकुड़: धूलियान मुख्य सड़क स्थित चांदपुर चेकनाका इन दिनों चौकीदार के हवाले है. बता दें कि ये चेकनाका पश्चिम बंगाल से सटे पाकुड़ जिले की सीमा पर स्थित है. पश्चिम बंगाल से आने-जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों की जांच के दौरान वाहनों से अवैध हथियार, विस्फोटक और नशीले पदार्थ की तस्करी पर रोक लगाने पर नजर रखने की जिम्मेदारी है, लेकिन वाहनों की जांच ही सही ढंग से नहीं हो रही है.
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चेकनाका पर दंडाधिकारी के अलावा पुलिस पदाधिकारी और जवानों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. इसके बावजूद सभी अपनी ड्यूटी से नदारद रहते हैं. प्रशासन ये दावा करता है कि पश्चिम बंगाल से सटी सीमाओं पर बनाये गये चेकनाकों पर बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है और सही ढंग से जांच भी हो रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है.
क्या बोले प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी
जब प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी अब्दुल सलीम से ये पूछा गया कि चेकनाका पर किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, तो उन्होंने बताया कि पुलिस पदाधिकारी और बल नहीं रहने से कई वाहन रोकने पर भी नहीं रुकते. इसके चलते वाहनों की सही ढंग से जांच नहीं हो पाती. उन्होंने बताया कि पुलिस पदाधिकारी और सुरक्षा बल के गायब रहने की रिपोर्ट चेकनाका के पंजी में अंकित भी की गई है.
एसपी को नहीं जानकारी
एसपी मणिलाल मंडल ने बताया कि पश्चिम बंगाल से सटे सीमा पर बनाये गए चेकनाका पर 24 घंटे आने-जाने वाले वाहनों की जांच की जा रही है. आवश्यकता के मुताबिक बल और पदाधिकारी की तैनाती भी की जाती है. कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने और पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चेकनाका को सक्रिय रखा गया है. चौकीदार के भरोसे चेकनाका चलने की बात पर उन्होंने जानकारी नहीं होने की बात कही और कहा कि इसकी जांच की जा रही है.