पाकुड़: जिले के स्कूली बच्चे आपदा से निपटने के गुर सीख रहे हैं. एनडीआरएफ की टीम उच्च विद्यालयों में पहुंच कर बच्चों को जागरूक करने के साथ साथ प्रशिक्षण दे रही है. प्रशिक्षण के दौरान बच्चों को आपदा से निपटने के साथ साथ सर्पदंश से बचाव के उपाय और घायलों को प्राथमिक उपचार की विधा बताया जा रहा है.
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एनडीआरएफ 9बी बटालियन के सहायक अवर निरीक्षक केएम अंसारी ने बताया कि बाढ़, भूकंप, आंधी आपदा आने पर निपटने के तरीको की जानकारी स्कूली छात्राओं को दी जा रही है. उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान खुद की जिंदगी बचाने के साथ साथ प्रभावित लोगों को राहत कैसे पहुंचाई जाए. इसकी जानकारी दी जा रही है, प्रभावित और पीड़ित लोगों को तत्काल बचाव और राहत पहुंचाई जा सके.
सहायक अवर निरीक्षक ने बताया कि स्कूली बच्चों को नदी, तालाब और नहर में डूबने से बचाने, सर्पदंश लोगों को तुरंत दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार, रक्तश्राव को रोकने, आग लगने से जानमाल के बचाव आदि की विस्तार जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि आपदा की स्थिति में राहत और बचाव दल नही पहुंच पाता है तो स्थानीय बच्चे किसी भी आपात स्थिति में जान माल का बचाव कर सके.
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम आपदा से बचाव एवं राहत पहुंचाने के साथ साथ लोगो के बीच जागरूकता फैलाने को लेकर जिला स्तर पर कर रही है. एनडीआरफ की टीम में शामिल पदाधिकारी और कर्मियों द्वारा पाकुड़ जिला मुख्यालय और ग्रामीण इलाकों के अलावे हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, महेशपुर, पाकुड़िया प्रखंड स्थित उच्च विद्यालयो में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जा रहा है. टीम में एनडीआरफ के शशिभुषण पांडेय, संतोष कुमार, सतीश कुमार, राजनाथ कनौजिया के अलावे विद्यालय के शिक्षक शिक्षिका मौजूद थे.