पाकुड़: सरकार और जिला प्रशासन की लापरवाही से जिले में सड़कों की हालत दिन ब दिन बदतर होती जा रही है. गांव को प्रखंड और जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क हो या जिला मुख्यालय को पड़ोसी जिलों से जोड़ने वाली सड़क सबका हाल एक सा है. इन सड़कों की हालत इतनी खस्ता हो गईं है कि इन पर पैदल चलना भी टेढ़ी खीर है. इन पर हादसों का भी खतरा मंडराता रहता है. इससे लोग परेशान हैं.
इन सड़कों की हालत खराब
पाकुड़ से दुमका, गोड्डा और साहिबगंज को जोड़ने वाली पाकुड़-हिरणपुर मुख्य सड़क खस्ताहाल है, जिससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पाकुड़-हिरणपुर मुख्य सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. बरसात में इन गड्ढों में पानी भर गया है. गड्ढों के कारण सड़कों पर मोटरसाइकिल और साइकिल से चलना मुश्किल है. संथाल परगना प्रमंडल का हिरणपुर खासकर साप्ताहिक मवेशी हाट के लिए विख्यात है. इस हाट में न केवल झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश के भी कारोबारी आते थे. लेकिन आजकल सड़क खराब रहने के कारण लोग इस बाजार से किनारा करने लगे हैं. हालांकि इसी खस्ताहाल सड़क के रास्ते गोड्डा होते हुए पाकुड़ सहित हिरणपुर के आसपास के पत्थर खदानों और क्रशरों से सैकड़ों वाहन बिहार और झारखंड राज्य के दूसरे जिलों में पत्थरों की ढुलाई कर रहे हैं. सरकार को इस सड़क से करोड़ों का राजस्व भी मिल रहा है, लेकिन कोई इसकी हालत को लेकर गंभीर नहीं है.
पाकुड़-हिरणपुर मुख्य सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे
पाकुड़-हिरणपुर मुख्य सड़क पर हिरणपुर थाना और हाईस्कूल मोड़ के पास सड़क के गड्ढे में पानी रहने के कारण आए दिन हादसे होते रहत हैं, लेकिन शासन और प्रशासन के कानों पर जू तक नही रेंग रही है. लोग तो यह कहकर सरकार का मजाक उड़ाने लगे हैं कि जब राज्य का मुखिया ही खजाना खाली होने का दावा करे और कोषागारों से राशि की निकासी प्रभावित हो तो निर्माण कार्य कैसे होगा.