पाकुड़: योजनाओं का संचालन जिला में किस प्रकार किया जा रहा है, उनका लाभ आम आदमी को मिल रहा है कि नहीं. इसके लिए जिला के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी है. लेकिन इसमें कोताही बरतने की बात सामने आती रही है. सिस्टम की मार की वजह से आम लोगों तक योजनाएं नहीं पहुंच पाती या फिर उनका लाभ मिलते-मिलने काफी देर हो जाती है. लेकिन इस बार डीसी ने खुद मोर्चा संभाला है और वो इसको लेकर काफी मुखर नजर आ रहे (DC action for negligence in work) हैं.
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लगातार शिकायतों और जिला के अंचलाधिकारियों की कार्यशैली को लेकर डीसी ने कार्रवाई की है. काम में लापरवाही बरतने, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में किसानों का लैंड रिकार्ड कार्य में प्रगति नहीं पाए जाने के कारण डीसी ने जिला के पांच अंचलों के अंचलाधिकारियों के वेतन पर रोक लगा दी (Pakur DC withheld salary five COs) है. ये जानकारी जिला जनसंपर्क कार्यालय (District Public Relations Office) के हवाले से दी गयी है.
जनसंपर्क कार्यालय से दी गयी जानकारी के मुताबिक डीसी वरुण रंजन (Pakur DC Varun Ranjan) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की समीक्षा की. इस समीक्षा के दौरान जिला के पाकुड़, महेशपुर, पाकुड़िया, अमड़ापाड़ा और लिट्टीपाड़ा के अंचल अधिकारियों के अगले आदेश तक वेतन भुगतान पर रोक लगा (withheld salary five COs for negligence) दी है. इतना ही नहीं डीसी ने लापरवाही के मामले में अपरसमाहर्ता से उन पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश भी दिया है. बताया जाता है कि किसानों का लैंड रिकार्ड का कार्य अपेक्षाकृत प्रगति पर नहीं रहने के कारण ही जिला के पांच सीओ के वेतन भुगतान पर रोक लगाई गयी है और उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गयी है.