पाकुड़ :जिंदगी की दो बूंद खुराक 0 से 5 वर्ष आयु के बच्चों को पिलाने के लिए चलने वाले पल्स पोलियो अभियान के पहले इसमें शामिल लोगों की कोरोना जांच शुरू की गई है. डीसी कुलदीप चौधरी के निर्देश पर जिले के 6 प्रखंडों के 87 स्थानों में विशेष अभियान के तहत कोविड-19 जांच शिविर लगाए गए हैं.
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पहले चरण में सेविका, सहायिका सहित वैसे सभी कर्मी जो पल्स पोलियो अभियान में अपनी भूमिका निभाने वाले हैं, की कोविड जांच की गयी है. अब तक बतौर वैक्सीनेटर की भूमिका निभाने वाली 2,213 सेविका सहायिका का कोविड-19 चुका है. डीसी कुलदीप चौधरी ने बताया कि प्रशासन ने अब तक 38 हजार सैंपल संग्रह किया है और 33 हजार लोगों की रिपोर्ट भी आ गयी है. डीसी ने बताया कि राज्य के अन्य जिलों की तुलना में पाकुड़ जिले में कोरोना का फैलाव अपेक्षाकृत कम है और पॉजिटिव पाए गए मरीजों के ठीक होने का औसत भी बेहतर है.
डीसी ने बताया कि जिले में आगामी 20 से 23 सितंबर तक तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान चलने वाला है. इस अभियान के दौरान एक भी बच्चा सहित उसके परिजन भी कोरोना से संक्रमित न हो पाए इसको ध्यान में रखकर अभियान से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी की जांच करायी जा रही है. डीसी ने बताया कि अभियान समाप्त होने के बाद दुबारा सभी कर्मियों की कोरोना जांच कराई जाएगी.