पाकुड़: देश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है. इसी संभावना को देखते हुए शासन प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. यदि तीसरी लहर ने दस्तक दी तो किसी मरीज को इधर उधर भटकना न पड़े.
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चाइल्ड वार्ड तैयार
डीसी कुलदीप चौधरी ने मेडिकल टास्क फोर्स में शामिल अधिकारियों के साथ बैठक कर ये निर्देश दिया कि यदि तीसरी लहर का सामना करना पड़े तो कोरोना पॉजिटिव मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो. दिए गए निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने बताया कि तीसरी लहर में खासकर बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की संभावना जताई जा रही है.
इसलिए सदर अस्पताल में 50 बेड का चाइल्ड फ्रेंडली वार्ड बनाया गया है. सीएस ने बताया कि इस वार्ड में बच्चों के इलाज के लिए सभी बेड में ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. साथ ही बच्चे इलाज के दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें, इसके लिए विशेष ध्यान रखा गया है. उन्होंने बताया कि यदि परिस्थिति ऐसी बनी तो बेड और अन्य सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी.
क्या बोले डॉ एसके झा
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके झा ने बताया कि 18 से कम आयु के बच्चों के लिए वैक्सीन अभी आई नहीं है लेकिन इस पर एक संस्था ने ट्रायल शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि जब तक बच्चों के लिए वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक इलाज करना होगा और वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहें इस पर ध्यान रखना होगा इसलिए अभी से हम तैयार हैं.