लोहरदगाः जिले में सीएए के समर्थन में निकले रैली पर पत्थरबाजी की घटना से तनावपूर्ण माहौल हो गया है. शहरी क्षेत्र में आगजनी, तोड़फोड़ और बवाल की घटनाएं हुई हैं. कई वाहनों को आग लगा दिया गया है. इसके अलावा कई दुकानों और घरों को भी फूंका गया है.
और पढ़ें- अंधविश्वास में पति की चढ़ा दी बलि, मासूम बेटे के सामने ही भाईयों के साथ मिलकर की नृशंस हत्या
एसपी को भी किया गया टारगेट
लोहरदगा में विवाद बढ़ने के बाद फिलहाल जिला प्रशासन की ओर से कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है. मौके पर डीसी आकांक्षा रंजन और एसपी प्रियदर्शी आलोक ने पहुंचकर मोर्चा संभाला है. जानकारी के अनुसार नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में निकाले गए जुलूस के दौरान यह घटना हुई है. जुलूस जैसे ही जामा मस्जिद के आगे निकला, वैसे ही पत्थरबाजी की घटनाएं शुरू हो गई. इसके बाद विवाद बढ़ गया और देखते ही देखते पुलिस के कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. यहां तक कि एसपी प्रियदर्शी आलोक को भी निशाना बनाने का प्रयास किया गया. एसपी को बचाने के चक्कर में उनके कई अंगरक्षक और पुलिस के जवान भी घायल हुए हैं. इसके अलावे जुलूस में शामिल कई महिलाएं, पुरुष और अन्य लोग भी घायल हुए हैं. फिलहाल कई लोगों को स्कूलों में और अस्पतालों में सुरक्षित रखा गया है. पुलिस बल की तैनाती करते हुए स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया जा रहा है. शहर के अलग-अलग हिस्सों में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. सीआरपीएफ को भी स्थिति को संभालने के लिए लगा दिया गया है. बावजूद इसके स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.