लोहरदगा: लॉकडाउन के दौरान अपनी ख्लाय और खुद के बारे में तो हर किसी ने सोचा, लेकिन दूसरों के बारे में सोचने वाले कम ही देखने को मिलते हैं. ऐसे में जिले के सेन्हा गांव की रहने वाली दो सहेलियों ने अपने आस-पास के छोटे-छोटे बच्चों के भविष्य के बारे में सोचा है. लॉकडाउन के दौरान हर दिन एक घंटे का समय निकालकर इन सहेलियों ने बच्चों को पढ़ा रही हैं. साथ ही उन्हें फिजिकल एक्टिविटी भी करवा रही हैं.
बच्चों की पढ़ाई बाधित देखकर आया ख्याल
लोहरदगा जिले के सेन्हा की रहने वाली रूबी कुमारी विज्ञान विषय से स्नातक की पढ़ाई कर ही हैं. जबकि उनकी सहेली राखी कुमारी स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं. लॉकडाउन के दौरान जब स्कूल बंद पड़ गए तो छोटे-छोटे बच्चे अपने घरों में रहने को मजबूर हो गए. बच्चों की पढ़ाई बिल्कुल बंद हो गई थी. जिसके कारण बच्चे सब कुछ भूलते जा रहे थे. दोनों सहेलियों ने जब यह देखा कि बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है तो दोनों ने बच्चों को पढ़ाने का फैसला किया. समय निकालकर उन्होंने बच्चों को पढ़ाने का संकल्प लिया. इसके लिए सेन्हा प्रखंड के बुनियादी विद्यालय मैदान में हर दिन एक घंटे का विशेष कक्षा आयोजित करना शुरू किया.
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दोनों सहेलियों के इस प्रयास को लोगों ने खूब सराहा और उन्हें इस काम के लिए उन्हें मदद भी की. गांव की इन लड़कियों की सराहना और प्रयास की पूरे क्षेत्र में चर्चा है. राखी और रूबी बच्चों को ना सिर्फ किताबी शिक्षा दे रही हैं, बल्कि बच्चों को योग, व्यायाम और क्रीड़ा सहित कई अहम विषयों से भी अवगत करवा रही हैं. इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी बच्चों से करवा रही हैं. बच्चों को हर तरह की शिक्षा दी जा रही है. जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके.अभिभावक भी दोनों सहेलियों की इस कोशिश को लेकर खूब सराहना करते हैं.