लोहरदगा: जिले के कुडू जामुन टोली निवासी सुखमणिया देवी अपने घर में अकेली रहती थी. उसकी कोई संतान नही है और न ही परिवार का कोई सदस्य है. कुछ काम के लिए जब एक ग्रामीण सुखमनिया के कमरे में गई तो उसे मृत पाया. उम्र के इस पड़ाव में सुखमनिया की देखभाल उसके भाई का परिवार ही करता था. सुखमनिया का विवाह गुमला जिले के घाघरा में हुआ था. जहां विवाह के कुछ सालों बाद ही उसके पति और दो बच्चों की मौत हो गई थी. जिसके बाद से सुखमनिया कुडू जामुन टोली में अपने मायके में एक घर बनाकर ही रहती थी.
पुलिस के लिए हत्या की यह घटना सिर घुमाने वाली है. वजह है कि वृद्ध महिला के गले में आगे और पीछे धारदार हथियार से वार के निशान. बेड और कमरे में कहीं भी खून के निशान दिखाई नहीं दें रहे हैं. जिससे पुलिस अचंभित है. हत्यारे ने कमरे को बाहर से बंद भी कर दिया था. वृद्ध महिला का एक हाथ टूटा हुआ है. हालांकि पुलिस जल्द ही हत्यारे को गिरफ्तार करने की बात कह रही है.