लोहरदगा: झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को लोहरदगा पहुंचे. लोहरदगा के सदर प्रखंड के भक्सो और रामपुर गांव में उन्होंने ग्रामीणों के साथ संवाद किया. अलग-अलग योजनाओं का निरीक्षण किया. स्थानीय तौर पर विकास की स्थिति की समीक्षा की. अधिकारियों को निर्देश भी दिए. इसके अलावा समस्याओं के निराकरण को लेकर महत्वपूर्ण बातें कही. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किए गए थे.
लोहरदगा में लोगों की समस्या सुन बोले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन- यहां पर सड़क की स्थिति अच्छी नहीं, पहले बनाएं
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन मंगलवार को लोहरदगा पहुंचे. लोहरदगा में सदर प्रखंड के भक्सो और रामपुर गांव में राज्यपाल ने ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद किया. उनकी समस्याओं को सुना. उन्होंने आम का पौधा भी लगाया.
ये भी पढ़ें-झारखंड के राज्यपाल मंगलवार को आएंगे लोहरदगा, आम लोगों से मिलेंगे
सड़क, सिंचाई की प्राथमिकताओं पर दिया जोर: जनता के साथ संवाद कार्यक्रम में कई ग्रामीणों ने राज्यपाल के समक्ष सड़क और सिंचाई की समस्या को प्रमुखता से रखा है. जिसे राज्यपाल ने भी प्रमुखता के तौर पर लेते हुए उपायुक्त डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण और उप विकास आयुक्त समीरा एस को जरूरी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से विकास की प्राथमिकताओं में सड़क सबसे महत्वपूर्ण होती है. यहां पर सड़क की स्थिति अच्छी नहीं है. प्रशासन को सबसे पहले सड़क बनाना चाहिए. बागवानी योजना की बेहतर देखभाल के लिए सिंचाई समस्या को दूर करना होगा. सामुदायिक सिंचाई व्यवस्था या फिर कोई दूसरे विकल्प के तहत काम करना होगा.
मनरेगा मजदूरी बढ़ाए जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार के पास इसका प्रस्ताव रखेंगे. स्थानीय ग्रामीणों ने बिजली की समस्या से भी अवगत कराया. जिसे लेकर ग्रामीणों से राज्यपाल ने कहा कि वह बिजली व्यवस्था को बेहतर करने को लेकर पहल करेंगे. राज्यपाल ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया. स्थानीय समितियों द्वारा राज्यपाल का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया. दोनों ही कार्यक्रम स्थल में राज्यपाल ने ग्रामीणों के साथ संवाद किया. उनकी बातों को सुना. उनकी समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को निर्देश दिया है. राज्यपाल अंग्रेजी में बात कर रहे थे और उपायुक्त डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण हिंदी में उसका अनुवाद कर ग्रामीणों को समझा रहे थे. राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे. लोहरदगा एसपी के अवकाश पर रहने पर गुमला एसपी को लोहरदगा का प्रभार दिया गया था.