लोहरदगा: जिले में फिर एक बार मॉब लिचिंग की घटना हुई है. इस बार अंधविश्वास के चक्कर में भीड़ ने दंपति को पीट-पीटकर मार डाला है. लोहरदगा जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र सेरेंगदाग थाना के सुदूरवर्ती जंगली-पहाड़ी क्षेत्र के जुड़नी गांव में ग्रामीणों की भीड़ ने वृद्ध दंपत्ति की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी. पूरी घटना मृतक दंपति के पुत्र फुलदेव लोहरा और उसकी तीन बेटियों के सामने हुई है. आक्रोशित भीड़ ने शव को गांव में ही फेंक दिया.
घटना के बाद फुलदेव और उसकी तीनों बहनें डर से गांव छोड़कर भाग गई. घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को हुई. जिसके बाद पुलिस नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण सुरक्षा कारणों से बेहद सतर्कता के साथ वृद्ध दंपति के शव को सेरेंगदाग थाना लेकर आई. जहां से शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा जाएगा. एसपी प्रियदर्शी आलोक ने घटना की पुष्टी की है. एसपी ने कहा है कि घटना को लेकर 20 लोगों के नाम सामने आए हैं, जिसपर पुलिस जांच कर रही है. शीघ्र ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
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सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के जुड़नी गांव में बीते एक सप्ताह पहले एक बच्चे की मौत हो गई थी. इसे लेकर ग्रामीणों को संदेह था कि गांव निवासी जोखन लोहरा के बेटे हरकु लोहरा (55 वर्ष) और हरकु लोहरा की पत्नी हिरी लोहरा (50 वर्ष) जादू-टोना कर गांव में लोगों की जान ले रहे हैं. गांव के लोगों के बीमार रहने को लेकर भी ग्रामीणों को हरकु और हिरी पर संदेह था. इसी बीच गांव में पंचायत बैठी जहां पर पूरे गांव के लोगों ने उन पर डायन-बिसाही का आरोप लगाते हुए लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला.
ग्रामीणों ने पूरी घटना को हरकु और हिरी के पुत्र फुलदेव और उसकी तीन बेटियों के सामने अंजाम दिया. ग्रामीणों ने फुलदेव और उसकी बहनों को धमकी दी कि किसी को घटना की जानकारी दी, तो उन्हें गांव में नहीं रहने देंगे. फुलदेव और उसकी बहनें इस घटना को लेकर काफी डर गई थीं. रात में अंधेरा होने पर फुलदेव भाग कर गुमला जिले के विशुनपुर थाना क्षेत्र के जमटी गांव पहुंचा, जहां पुलिस को मामले की सूचना दी. वहीं, फुलदेव की तीनों बहने भी रात के अंधेरे में भागकर तुरियाडीह गांव पहुंची. इसके बाद एसपी प्रियदर्शी आलोक के निर्देश पर सेरेंगदाग थाना पुलिस शव को सेरेंगदाग थाना ले आई.