लोहरदगा: उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर हादसे के बाद अब इसका असर धीरे-धीरे सामने आने लगा है. चमोली हादसे में अब तक सैकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं. अब खबर यह आ रही है कि इस हादसे में झारखंड के लोहरदगा जिले के नौ लोग लापता हैं. ये सभी लोग लोहरदगा जिले के किस्को थाना अंतर्गत चोरगाई गांव के रहने वाले थे. जो चमोली में एक कंपनी में काम करने के लिए गए हुए थे. परिजनों ने मामले को लेकर उपायुक्त और स्थानीय थाना प्रभारी को आवेदन देते हुए मदद की गुहार लगाई है. परिजनों का संपर्क नहीं हो पा रहा है. इस बात को लेकर परिजन काफी परेशान हैं.
लोहरदगा के लापता मजदूरों के लिस्ट परेशान हैं परिजनउत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर हादसे की सूचना मिलने के बाद से ही परिजन काफी परेशान हैं. मजदूरों से परिजनों का संपर्क नहीं हो पा रहा है. इसके बाद सोमवार को प्रधान कार्यकारी समिति सदस्य अनमोल तिर्की के नेतृत्व में परिजनों ने उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो और बगडू थाना प्रभारी को आवेदन देते हुए गुहार लगाई है.
इसमें परिजनों ने कहा है कि बेटहट पंचायत के चोरगांई के रहने वाले 9 लोग उत्तराखंड के चमोली जिला अंतर्गत एनटीपीसी के हाई हाइड्रो प्रोजेक्ट में काम करने के लिए तपोवन गए हुए थे, जो ग्लेशियर हादसे के बाद से लापता हैं. इन लोगों की स्थिति के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल पा रही है.
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परिवार में मातम का माहौल
लापता होने वाले लोगों में ज्योतिष बाखला, मजनू बाखला, उर्बनुष बाखला, सुनील बाखला, नेमहस बाखला, रवींद्र उरांव, दीपक कुजूर, विक्की भगत और प्रेम उरांव शामिल हैं. परिजनों ने उपायुक्त और थाना प्रभारी से मामले की गंभीरता को लेकर उनके मजदूरों का पता लगाने की फरियाद लगाई है. इन घरों में मातम पसर गया है. किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा है. नौ में से एक भी मजदूर से परिजनों का संपर्क नहीं हो पा रहा है.