लातेहार: पानी की बर्बादी को रोकने के लिए भले ही सरकार कई तरह की जागरूकता कार्यक्रम चला रही है. लेकिन इसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है. ऐसा ही एक उदाहरण लातेहार सदर प्रखंड के पतरिया चोटाग गांव में देखा जा सकता है. जहां रोज हजारों लीटर पानी बेकार बह रहा है. हालांकि रात होते ही गांव में पानी की समस्या गहरा जाती है.
दरअसल, पतरिया चौटाग गांव में पानी की किल्लत रहती थी. इसके समाधान को लेकर सरकार द्वारा गांव में सोलर सिस्टम युक्त टंकी का निर्माण किया गया. टंकी का उद्देश्य था कि ग्रामीणों को आसानी से शुद्ध पेयजल मिल सके. लेकिन टंकी को दुरुस्त नहीं बनाया गया, जिस कारण पानी का स्टोरेज टंकी में नहीं होता है.