मुंगेर:झारखंड के लातेहार में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ (Naxali Encounter Latehar) में मुंगेर के लाल डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमारशहीद (Deputy Commandant Rajesh Kumar Martyr) हो गए. ये खबर जैसे ही उनके घर पहुंची परिवार के साथ ही लाल दरवाजा स्थित पूरा मुहल्ला स्तबध है. आज देर रात शहीद जवान का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचेगा.
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झारखंड के लातेहार जिले के सलैया में सुरक्षाबलों की प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जन मुक्ति मोर्चा के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गए. राजेश कुमार मुंगेर जिले के लाल दरवाजा के रहने वाले हैं. राजेश कुमार झारखंड जगुआर में सेवारत थे.
नक्सलियों की गोली से घायल हुए झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट को एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया था. इलाज के लिए उन्हें मेडिका में भर्ती कराया गया जहां उनका निधन हो गया. राजेश की शहादत की सूचना जैसे ही लाल दरवाजा में उनके भाई राकेश कुमार को मिली वैसे ही बड़े भाई सहित पूरा परिवार गमगीन हो गया.
घटना की सूचना मिलते ही मुंगेर सदर विधायक प्रणव कुमार लाल दरवाजा स्थित शहीद जवान राजेश कुमार के पैतृक घर पहुंचे. वहां उन्होंने राजेश के बड़े भाई राकेश कुमार और भाभी को ढांढस बंधाया.
"मुंगेर ने अपना लाल ही नहीं दामाद भी खोया है. राजेश कुमार की शादी बरियारपुर में हुई थी. उनके ससुराल बरियारपुर में भी मातमी सन्नाटा पसरा है. हमें मां भारती के ऐसे सपूत पर गर्व है जिन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी."- प्रणव कुमार, मुंगेर सदर विधायक
शहीद राजेश कुमार के पिता लाल बहादुर राय रांची में एजी डिपार्टमेंट से सेवानिवृत्त होकर वहीं बस गए. वे पैतृक घर मुंगेर कम आते हैं. घर पर बड़े भाई राकेश,अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं. राजेश के छोटे भाई रजनीश लातेहार में ही आइबी विभाग में कार्यरत हैं. शहीद राजेश के बड़े भाई ने बताया कि अप्रैल माह में मां का निधन हुआ था, उसमें राजेश पूरे परिवार के साथ पहुंचे थे.