लातेहार: एनआईए ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए लातेहार जिले के चंदवा में खूंखार माओवादी रविंद्र गंझू के मकान को जब्त कर लिया. रविंद्र गंझू 20 लाख रुपए का इनामी नक्सली है.
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दरअसल भाकपा माओवादी का रीजनल कमांडर रविंद्र गंझू के खिलाफ जिला पुलिस के अलावा एनआईए के द्वारा भी मुकदमा किया गया है. रविंद्र गंझू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के अलावा अन्य एजेंसियों के द्वारा भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी बीच NIA ने रविंद्र गंझू के एक सहयोगी राजू साहू को गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तार राजू साहू से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने चंदवा के बांझीटोला में रविंद्र गंझू के लेवी के पैसे से उसका पक्का का घर बनवाया है. पूरी छानबीन के बाद एनआईए की टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए माओवादी रविंद्र गंझू के घर को जब्त कर लिया. एनआईए के प्रवक्ता के अनुसार रवींद्र गंझू ने चंदवा के बांझीटोली में मकान बनाया था. मकान के निर्माण के लिए लेवी की राशि का इस्तेमाल किया गया था. जांच में आए तथ्यों के बाद यूएपीए की धारा 25 के तहत मकान को जब्त किया गया है.
55 से अधिक मामलों का मुख्य अभियुक्त है रविंद्र:रवींद्र गंझू 55 से अधिक नक्सली हिंसा के मामलों का मुख्य अभियुक्त है. पुलिस और सरकार की अन्य एजेंसियां लगातार रविंद्र की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. रविंद्र अत्यंत खूंखार नक्सली माना जाता है. कई पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले इस पर दर्ज हैं. एनआईए केस नंबर आरसी 2/22 में भी वह फरार है.
ऑपरेशन डबल बुल के बाद हुई कार्रवाई:जानकारी के अनुसार एनआईए ने ऑपरेशन डबल बुल में दर्ज केस के मामले में कार्रवाई की है. 21 फरवरी 2022 को ऑपरेशन के दौरान लोहरदगा के पेशरार इलाके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया गया था. जिसके बाद केस को एनआईए ने टेकओवर किया. जांच में यह बात सामने आयी कि मकान के निर्माण के लिए रवींद्र गंझू ने अपने सहयोगी राजू साहू की मदद ली थी. लोहरदगा जिले के कूड़ु निवासी राजू साहू को रवींद्र का खास सहयोगी माना जाता है. रविंद्र गंझु के घर की जब्ती के बाद एनआईए की दबिश और बढ़ गयी है.