लातेहारः जिले के बरवाडीह थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार की रात डायन बिसाही के आरोप में वृद्ध दंपती की हत्या कर दी गई. परिजनों का आरोप है कि गांव के कुछ लोग तुलसीमनी देवी को डायन समझते थे. वहीं इनके पति कृत सिंह को ओझा कहते थे. पिछले कुछ वर्षों से दंपती को कुछ लोगों के द्वारा प्रताड़ित भी किया जा रहा था. आशंका जताई जा रही है कि डायन बिसाही के आरोप में ही इनकी हत्या की गई है.
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दरअसल, कृत सिंह और उनकी पत्नी तुलसीमनी देवी अपने पुराने घर में रहते थे. इनके दोनों बेटे दूसरे घर में रहते हैं. सोमवार को जब कृत सिंह और उनकी पत्नी काफी देर तक घर से बाहर नहीं निकले. तो परिजन उन्हें देखने उनके घर में गए. परिजनों ने पाया कि दोनों मृत पड़े हुए हैं. इसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और मृतक के शवों को कब्जे में ले लिया. पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन भी शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिजनों ने इसे डायन बिसाही के आरोप में हत्या का मामला बताया है. परिजनों के आरोप के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. वहीं अन्य पहलुओं को भी ध्यान में रखकर जांच की जा रही है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घटना में शामिल अपराधियों को जल्द ही पुलिस गिरफ्तार कर लेगी.
कई दिनों से चल रहा था विवाद: मृतक दंपती के परिजनों का कहना है कि पिछले कई दिनों से गांव के कुछ लोगों के द्वारा वृद्ध दंपती को डायन बिसाही का आरोप लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा था. कुछ साल पहले इनके साथ मारपीट भी की गई थी. हालांकि बाद में मामला शांत हो गया था. लेकिन कुछ दिनों से दंपती को फिर से प्रताड़ित किया जा रहा था. परिजनों ने आशंका जताई है कि गांव के ही कुछ ग्रामीणों ने इनकी हत्या की है. घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है.
नहीं खत्म हो रहा है अंधविश्वास का मकड़जाल: बता दें कि लातेहार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास का मकड़जाल इतना गहरा है कि प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी इसका असर कम नहीं हो रहा है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी ओझा गुनी और डायन बिसाही के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. हालांकि लातेहार एसपी अंजनी अंजन के निर्देश के बाद पुलिस बल के द्वारा लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में अंधविश्वास को दूर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.