लातेहार: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के समर्थन में लातेहार जिला मुख्यालय रविवार को पूरी तरह बंद रहा. सभी दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपनी-अपनी दुकानों को बंद रखा. बंदी का असर ऐसा था कि जिला मुख्यालय में आवश्यक सेवा की दुकानें भी बंद रही.
दरअसल, लातेहार जिला मुख्यालय में 2 फरवरी को सीएए के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकालने का प्रस्ताव था, लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी. इस पर स्थानीय लोगों ने सामूहिक फैसला लिया कि वे लोग अपनी दुकानों को बंद रख सरकार के बनाए गए कानून का समर्थन करेंगे.
इसी निर्णय के बाद रविवार को लातेहार जिला मुख्यालय बंद रहा. स्थानीय व्यवसाय वीरेंद्र प्रसाद ने कहा कि वे लोग शांतिपूर्ण तरीके से तिरंगा यात्रा निकालना चाहते थे लेकिन जिला प्रशासन के ने इसकी अनुमति नहीं दी. इसी कारण वह लोग अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर सीएए का समर्थन कर रहे हैं.
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इधर बंदी को लेकर लातेहार जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद दिखी. सभी महत्वपूर्ण चौक चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घटे.
वहीं, व्यवसाई ने कहा कि वे लोग पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से अपनी दुकानों को बंद रखे हैं और सरकार का समर्थन कर रहे हैं. लातेहार में दुकान बंद रहने के कारण आम लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा. दूध समेत अन्य आवश्यक दैनिक उपयोग की वस्तुएं नहीं मिलने से लोगों को परेशानी हो रही है.