कोडरमाः अन्नपूर्णा देवी के भाजपा में शामिल होने के साथ राजद की जिला इकाई में बिखराव की स्तिथि उत्पन्न हो गयी हैं. अब जिला राजद के कार्यकर्ता दो गुटों में बटे नजर हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं पार्टी के कार्यकर्ता को एकजुट करने की कयावद भी तेज हो गयी है.
कोडरमा के झुमरी तिलैया में पार्टी के आला नेताओं ने राजद कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का भरसक प्रयास किया. इसे लेकर आरजेडी कार्यकर्ताओं की एक बैठक भी आयोजित की गई. जिसमें राजद नेताओं ने कहा कि पार्टी किसी एक व्यक्ति पर नहीं चलती है. पार्टी विचारधारा पर चलती है. राजद नेता संतोष यादव ने कहा कि अन्नपूर्णा देवी ने राजद कार्यकर्ताओं की भावना से खिलवाड़ किया है. लेकिन इससे राजद कार्यकर्ता टूटे नहीं हैं बल्कि और मजबूती से एकजुट नजर आ रहे हैं.
वहीं गौतम सागर राणा की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष रहे बीरेंद्र यादव ने राजद का दामन थामा है. उन्होंने कहा कि राजद की विचारधारा से वे पार्टी में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा देवी राजद से थीं, राजद अन्नपूर्णा देवी से नहीं था. ऐसे में उनके पार्टी छोड़ने से किसी तरह का फर्क नहीं पड़ेगा.
गौरतलब है कि 1998 से लगातार अन्नपूर्णा देवी कोडरमा की विधायक रही हैं. इस दौरान वह राजद के तमाम कामकाज और बड़े-बड़े निर्णय लेते रही. ऐसे में उनके राजद छोड़ने से पार्टी में विखराव की स्तिथि उत्पन्न हो गयी है. बहरहाल कहा जा सकता है कि अन्नपूर्णा देवी के भाजपा में शामिल होने से राष्ट्रीय जनता दल दो पाटों में बटा हुआ नजर आ रहा है, जिसे पाटने का प्रयास राजद के मौजूदा नेता और कार्यकर्ता कर रह हैं.