कोडरमा:देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. 2020-21 के आम बजट से हर वर्ग के लोगों को काफी उम्मीदें हैं. कैसा होना चाहिए बजट ये जानने की कोशिश की ईटीवी भारत संवाददाता भोला शंकर सिंह ने.
टैक्सपेयर को विशेष सुविधा की उम्मीद
आम बजट को लेकर लोगों का मानना है कि आम बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा जाना चाहिए. इनकम टैक्स प्रैक्टिशनर प्रदीप इसारिया की माने तो एक अच्छे टैक्सपेयर को कुछ सुविधाएं मिलनी चाहिए. अच्छे टैक्सपेयर को रेलवे में टिकट कन्फर्मेशन की सुविधा, एम्स जैसे संस्थानों में एमरजेंसी एडमिशन की सुविधाएं मिलनी चाहिए. प्रदीप इसारिया मानते हैं कि इस तरह की सुविधा लोगों को मिलती है तो लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा और लोग ज्यादा से ज्यादा टैक्स देंगे. उन्हें इस बात की उम्मीद है कि इस बार के बजट में एक अच्छे टैक्सपेयर को कुछ विशेष सुविधा मिलेगी.
ये भी पढ़ें-हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार आज, JMM के 5 मंत्री लेंगे शपथ, कांग्रेस में संशय बरकरार
जीएसटी-महंगाई पर ध्यान दे सरकार
वहीं, व्यवसायी संजय अग्रवाल की माने तो सरकार को इस आम बजट में जीएसटी को थोड़ा सरल करना चाहिए. उन्होंने बताया कि कहीं जीएसटी 5% हैं तो किसी चीज में जीएसटी 28% है. कोई व्यापारी 100 रुपया में 5 रुपया कमा रहा है तो कोई व्यपारी 100 रुपया में 28 रुपया टैक्स दे रहा है. इस आम बजट से व्यवसाई वर्ग के लोगों को उम्मीद है कि यह आम बजट मिडिल क्लास को ध्यान में रखकर पेश किया जाना चाहिए. वहीं, गृहणी नीता तरवे मानती हैं कि घर चलाने की जिम्मेवारी गृहणी की होती है, इसलिए खाने-पीने के सामानों पर महंगाई न बढ़े.
छोटे व्यवसायियों पर ध्यान दे सरकार
व्यवसाई महेश दारूका की माने तो इस आम बजट में सरकार को छोटे व्यवसायियों पर विशेष ध्यान देना चाहिए. छोटे व्यवसायियों को कम ब्याज दर पर लोन की सुविधाएं मिलनी चाहिए. जहां बड़े पैमाने पर उद्योग चल रहे हैं, वैसे क्षेत्र को औद्योगिक नगरी का दर्जा मिलना चाहिए. इधर, छात्रों का मानना है कि छोटे-छोटे शहरों में पढ़ाई की व्यवस्था अच्छी नहीं है. इसलिए छोटे-छोटे शहरों में ऑनलाइन क्लासेज को जीएसटी फ्री करनी चाहिए. ताकि छात्र घर बैठे ऑनलाइन क्लासेज से एजुकेशन प्राप्त कर सके. इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक गैजेट पर भी टैक्स कम करनी चाहिए ताकि छात्रों को पढ़ाई के लिए लैपटॉप और कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट खरीदने में सुविधा हो.