कोडरमा: जिले के डोमचांच प्रखंड में एक वृद्ध महिला ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाए गए शौचालय को ही अपना आशियाना बना लिया है. पिछले दो सालों से महिला शौचालय में रह रही है, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. हालांकि, ईटीवी भारत की सूचना के बाद उपायुक्त रमेश घोलप ने उक्त महिला को सरकारी योजनाओं से जोड़ने की बात कही है.
शौचालय में रहने को मजबूर महिला
पिछले 2 सालों से दुखिया देवी नाम की यह वृद्ध महिला स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालय में ही रह रही है. पति की मौत के बाद जिस मिट्टी के मकान में महिला रहती थी, वह बारिश में गिर गया. उसके बाद जब उसे कोई ठिकाना नहीं मिला तो, उसने इस शौचालय को ही अपना आशियाना बना लिया. डोमचांच प्रखंड के बंगाखलार पंचायत के तुरिया टोली में रहने वाली दुखिया देवी के दुखों का अंत यही नहीं हुआ, बल्कि इस बारिश में शौचालय में बने आशियाने में बारिश का पानी घुस जाता है. महिला की समस्या से पंचायत की मुखिया विष्णी देवी भी वाकिफ है, लेकिन इन 2 सालों में दुखिया के दुखों का अंत करने के लिए जांच के सिवा कुछ भी नहीं किया गया.
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इस संबंध में ईटीवी भारत से मिली जानकारी के आधार पर उपायुक्त ने जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि जांच प्रतिवेदन के आधार पर जल्द ही वृद्ध महिला को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा. अब देखने वाली बात होगी कि इस मजबूर महिला के लिए प्रशासन क्या ठोस कदम उठाती है?