कोडरमा: एनसीसी कैंप में ट्रेनिंग के जरिए कोडरमा में इन दिनों सेना की नई फौज तैयार की जा रही है. कोडरमा एनसीसी कैंप में 10 दिनों से लगातार एनसीसी कैडेटों को आर्मी ट्रेनिंग दी जा रही है और कैडेटों को सेना में भर्ती के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
एक भारत श्रेष्ठ भारत के इसी परिकल्पना को लेकर कोडरमा में इन दिनों एनसीसी कैडेटों को आर्मी ट्रेनिंग के जरिए भारतीय सेना में भर्ती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. साथ ही उन्हें सैन्य प्रशिक्षण से जुड़ी हर बारीकियां सिखाई जा रही है, ताकि किसी भी मुश्किल हालात और चुनौतियों से लड़ने के लिए वे हमेशा तैयार रहे. युवाओं को एनसीसी की ट्रेनिंग दे रहे सूबेदार मेजर आरएन मंडल ने बताया कि जो कैडेट्स इस ट्रेनिंग को पास कर लेते हैं, उन्हें सेना में सीधी भर्ती का अवसर मिलता है.
अलग-अलग कॉलेजों के 500 कैडेटस ने लिया हिस्सा
45 झारखंड बटालियन की ओर से कोडरमा के राम लखन सिंह यादव महाविद्यालय में एनसीसी का यह कैंप आयोजित किया गया है. कैंप में कोडरमा गिरिडीह जिले के 24 स्कूल और 7 कॉलेजों के तकरीबन 500 से ज्यादा कैडेट्स हिस्सा ले रहे हैं. जिसमें लड़कियां भी शामिल हैं. ट्रेनिंग ले रही गर्ल्स कैडेटों के अनुसार इस ट्रेनिंग में उन्हें भारतीय सेना की अदम्य साहस और शौर्यता से परिचय कराया जा रहा है और उन्हें आर्मी ट्रेनिंग की हर बारीकियां बताई जा रही है. जो उन्हें देश रक्षा के लिए भारतीय सेना में जाने के लिए प्रेरित कर रहा है.
अगल-अलग फॉर्मेट में दी जा रही ट्रेनिंग
10 दिनों तक चलने वाले इस कैंप में कैडेटों को ड्रिल, मार्च पास्ट, सैलुटिंग, मैप रिडिंग, टेंट पिचिंग, हेल्थ हाईजिनिंग के अलावे थ्योरी की भी ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग ले रहे कैडेटों का मानना है कि इस कैंप में ना सिर्फ उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है बल्कि सेना के जवानों के बीच ट्रेनिंग पाकर वे खुद को भी भारतीय सेना का हिस्सा महसूस कर रहे हैं. कैडेटों का यह भी मानना हैं कि इस ट्रेंनिंग के बाद भारतीय सेना में भर्ती के लिए उनकी राहें आसान हो जाएंगी. दस दिनों तक अलग-अलग फॉर्मेट में मिलने वाले इस ट्रेनिंग में कैडेटों में काफी बदलाव महसूस किया जा रहा है. ट्रेनिंग ले रहे कैडेटों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है, वहीं ट्रेनिंग ले रहे कैडेट देश सेवा की भावना से ओतप्रोत भी दिख रहे हैं. कैडेटों को ट्रेनिंग देने वाली सीटीओ सविता कुमारी का कहना है कि ट्रेनिंग के बाद कैडेटों में हेजिटेशन खत्म हुआ है और वे पूरे उत्साह के साथ प्रशिक्षण हासिल कर खुद को भारतीय सेना में शामिल होना चाहते हैं.
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इस जज्बे के साथ तैयार हो रही नई पीढ़ी
'मैं मुल्क की हिफाजत करूंगा, ये मुल्क मेरी जान है, इसकी रक्षा के लिए मेरा दिल और जान कुर्बान है'. कुछ इसी जोश और जज्बे के साथ एनसीसी ट्रेनिंग कैंप के जरिए भारतीय सेना के लिए नई पीढ़ी तैयार की जा रही है.