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ननद और भौजाई में जमीन की जंग...बहू ने मरने से पहले ही कागजों में ससुर को कर दिया दफन

कोडरमा नगर पंचायत के फरेंदा में एक बहू ने अपने ससुर का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया और जमीन पर अपना हक जताया है. जबकि महिला के ससुर ने उस जमीन को पहले ही अपनी बेटी के नाम कर दिया था. इस मामले को लेकर दोनों में विवाद जारी है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.

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ननद भौजाई की लड़ाई

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Published : Nov 28, 2021, 4:10 PM IST

Updated : Nov 28, 2021, 4:20 PM IST

कोडरमा:नगर पंचायत क्षेत्र के फरेंदा में एक अर्ध निर्मित मकान के मामले को सुलझाने में सरकारी बाबूओं के हाथ पांव फूल रहे हैं. फरेंदा गांव एक बहू अपने ससुर का फर्जी मृत्यु प्रमाम पत्र बनवाकर जमीन पर अपना हक जता रही हैं. चमेली देवी ने अपने ससुर बैजनाथ सिंह की मौत दिसंबर 2017 में होने का हवाला देकर जमीन को अपना बता रही हैं. जबकि उनकी ननद मीना देवी का कहना है कि उनके पिता बैजनाथ सिंह की मौत 2018 में हुई है. दोनों के दावों की हकीकत क्या है ये अब तक निबंधन कार्यालय को पता नहीं चल पाया है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.

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बैजनाथ सिंह का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाला नगर पंचायत और निबंधन विभाग दोनों इस मामले को लेकर सवालों के घेरे में है. फरेंदा की आंगनबाड़ी सेविका का कहना है कि मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए जो दस्तावेज सत्यापित कर उन्होंने नगर पंचायत में जमा किए थे, उसमें तारीख में छेड़छाड़ किया गया है. वहीं नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी जितेंद्र कुमार जैसल का कहना है कि फर्जी कागजात देकर बैजनाथ सिंह का मृत्यु प्रमान पत्र बनाया गया है. इसकी जांच की जा रही है. जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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बैजनाथ सिंह ने अपनी बेटी को रजिस्ट्री की थी जमीन

बैजनाथ सिंह ने अपनी बेटी मीना देवी को 2 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री की थी. जिसमें पूर्व मुखिया महादेव यादव ने भी दस्तखत किए थे. उन्होंने कहा कि अगर रजिस्ट्री गलत है तो सभी लोग दोषी हैं. वहीं पूरे मामले पर निबंधन पदाधिकारी जयपाल सोय ने बताया कि जमीन के निबंधन के लिए निबंधन कार्यालय में क्रेता और विक्रेता का सशरीर उपस्थिति अनिवार्य है. आधार कार्ड के साथ फिंगर प्रिंट भी जरूरी है उसके बाद ही निबंधन की प्रक्रिया पूरी होती है. अगर ऐसा नहीं हुआ है तो गलत है. मामले की जांच की जा रही है.

Last Updated : Nov 28, 2021, 4:20 PM IST

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