झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

ये सिस्टम की दुर्दशा है...मरीज की जगह सरकारी एंबुलेंस से ढोया जा रहा सीमेंट

कोडरमा में सरकारी एंबुलेंस से मरीज की जगह सीमेंट ढोया जा रहा है. एंबुलेंस चालक से सवाल पूछा गया तो उसने कहा कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विपिन कुमार ने यह आदेश दिया है. कोरोना काल में जहां लोगों को एंबुलेंस नहीं मिल रहा है, वहीं ऐसी स्थिति में सरकारी एंबुलेंस से सीमेंट ढोये जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

Cement carried by government ambulance in Koderma
एंबुलेंस से ढोया जा रहा सीमेंट

By

Published : Jul 5, 2021, 4:52 PM IST

Updated : Jul 5, 2021, 6:25 PM IST

कोडरमा:कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक तरफ जहां कई लोगों की समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने से मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर कोडरमा में एंबुलेंस से सीमेंट ढोया जा रहा है. यह विडंबना ही है कि इस भयावह दौर में भी इस तरह की तस्वीरें देखने को मिल रही है. मामला तब और भी गंभीर हो जाता है जब सरकारी एंबुलेंस से सीमेंट ढोया जा रहा हो. इसको लेकर हेल्थ सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

दरअसल, एंबुलेंस ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के सौजन्य से आपात सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग को एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया है. स्वास्थ्य केंद्रों से जिन मरीजों को किसी दूसरे अस्पताल में रेफर किया जाता है, उसे ले जाने के लिए यह एंबुलेंस दी गई है. सीमेंट लदे एंबुलेंस चालक से पंचायत प्रतिनिधियों ने जब सवाल पूछा तो उसका जवाब सुनकर सभी अचंभित रह गए.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें:कोरोना का कहर: समय पर नहीं मिलती लोगों को एंबुलेंस सेवा, मनमाने तरीके से हो रहा संचालन

चिकित्सा पदाधिकारी के निर्देश पर ढो रहे सीमेंट

एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया कि देवीपुर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में मरम्मति का काम प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विपिन कुमार की देखरेख में कराया जा रहा है. मरम्मति के लिए वहां सीमेंट की आवश्यकता थी और चिकित्सा पदाधिकारी ने ही निर्देश दिया कि दुकान से सीमेंट एंबुलेंस पर लोड कर देवीपुर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचा दें.

एंबुलेंस चालक का कहना है कि-"मैंने तो चिकित्सा पदाधिकारी के आदेश का पालन किया है. इसमें मैं क्या कर सकता हूं? सीमेंट उतरवाने के बाद इस पर मरीज को ले जाने के पहले एंबुलेंस की सफाई कर दूंगा". जाहिर है कि कोरोना के दौरान मरीजों या घायलों को एंबुलेंस के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है. वहीं ऐसे में इस तरह की तस्वीरें पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े करती है.

Last Updated : Jul 5, 2021, 6:25 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details