खूंटी: कोरोना काल में जिले में नशे का कारोबार लगभग पूरी तरह से थम गया. लॉकडाउन के कारण आवागमन ठप रहने से अफीम कारोबारियों के मंसूबे पूरी नहीं हो सके. नशे के व्यापारी तैयार सामग्री खरीदने के लिए खूंटी नहीं आ सके. वहीं स्थानीय कारोबारी भी सामग्री को बाहर नहीं भेज सके. तस्करों की धरपकड़ के लिए जगह-जगह पुलिस की तैनाती के साथ ही सादा लिबास में भी जिले में पुलिस घूमती रही. इसी का परिणाम है कि जैसे पूर्व में अवैध धंधा चलता था वैसा इस बार नहीं हो पाया.
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अवैध अफीम के खिलाफ जिला पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए नशे के कारोबार पर पैनी नजर रखी हुई है. खूंटी जिला अफीम की अवैध खेती के लिए बदनाम है. जिला पुलिस के अनुसार जिले में नशे के कारोबारी चोरी-छिपे अफीम, डोडा और गांजा का कारोबार करते हैं. अफीम की खेती के शुरुआती दौर में ही जिला पुलिस जिले के कई थाना क्षेत्रों में सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगी अफीम की फसल को बर्बाद कर चुकी है.
खूंटी में अफीम तस्करों के खिलाफ अभियान अफीम के अवैध धंधे में 56 तस्कर गिरफ्तार
पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने बताया कि इस साल जिले में नशे के अवैध कारोबार में शामिल 56 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की कार्रवाई के दौरान कारोबारियों के पास से करीब साढ़े छह लाख रुपये भी जब्त किए जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस साल छापेमारी के दौरान अब तक 3,700 किलो डोडा, 74 किलो अफीम और 17 किलो गांजा जब्त किया है.
पुलिस पदाधिकारी की संलिप्तता पाए जाने पर होगी सख्त कार्रवाई
नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ जिला पुलिस की कार्रवाई जारी है. पुलिस अफीम के अवैध कारोबार पर पैनी नजर रख कारोबारियों को सलाखों के पीछे भेजने में जुट गई है. फिलाहल एसपी के दावे के अनुसार करोड़ों रूपये की अवैध अफीम जब्त की जा चुकी है.
लाखों रुपए गिरफ्तार तस्करों से बरामद हुए हैं. बावजूद जिले में अवैध अफीम की खरीद बिक्री जारी है. पुलिस सूत्र बताते हैं कि इस अवैध नशे के धंधे में कुछ पुलिसकर्मी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की संलिप्तता शामिल है. हालांकि मामले पर एसपी ने कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने दावा किया है कि अगर किसी भी पुलिस पदाधिकारी की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एक दो को छोड़ सभी कारोबारी जिले के रहने वाले
अफीम और डोडा का कारोबार करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए एक-दो को छोड़कर सभी आरोपित खूंटी जिले के ही हैं. गांजा के अवैध कारोबार में पुलिस ने जिले के अलावा ओडिशा के कारोबारियों को गिरफ्तार किया है. अफीम और डोडा के कारोबार में कोई बड़ा कारोबारी अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है. अवैध रूप से अफीम की खेती जिले के खूंटी, मुरहू और अड़की प्रखंड क्षेत्र में ही अधिक होती है.