खूंटी: मंगलवारी शोभायात्रा के दौरान हुए हिंसक झड़प और उसके बाद प्रशासन की कार्रवाई से नाराज केंद्रीय रामनवमी महासमिति ने रामनवमी महोत्सव नहीं मनाने के अपने फैसले को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पहल पर बदल दिया है. नए फैसले के मुताबिक अब खूंटी में भी रामनवमी महोत्सव पूरे धूमधाम से मनाया जाएगा.
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प्रशासन को मनाने की कोशिश:शुक्रवार को भाजपा के दो दिग्गज नेता अपने-अपने अंदाज में प्रशासन को मनाने की कोशिश में जुटे रहे. पहले विधायक सह भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष नीलकंठ सिंह मुंडा ने केस वापसी को लेकर प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि केस वापस करें नहीं तो शनिवार को धरना देंगे. वहीं, प्रशासन से वार्ता के बाद भी जब कोई बात नहीं बनी तो देर शाम केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने रामनवमी समितियों से केस को छोड़कर रामनवमी मनाने की बात कही. उन्होंने कहा इस मामले में जरूरत पड़ी तो 500 क्या 50 हजार लोग एक साथ गिरफ्तारी देंगे. बाद में अर्जुन मुंडा के कहने पर खूंटी में रामनवमी मनाने का फैसला लिया गया.
क्या कहा अर्जुन मुंडा ने: केंद्रीय रामनवमी महासमिति की ओर से आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि हम किसी के भी रोकने से रुकने वाले नहीं हैं. इतिहास बताता है कि पूरे विश्व का नेतृत्व भारत ने किया है, तो यहां का नेतृत्व भी हम ही करेंगे. हिंदू संगठनों की ओर से रामनवमी नहीं मनाने के आह्वान पर मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आप रामनवमी मनाने की तैयारी कीजिए, हमारी नजर कहीं और है. समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. इसलिए भव्य राम मंदिर बन रहा है. उन्होंने कहा हमारा लक्ष्य सबको स्पष्ट पता होना चाहिए. किसी को कोई कंफ्यूजन नहीं है. भव्य तरीके से सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा. वहीं. प्रशासन की ओर से 500 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज होने की बात पर उन्होंने रामनवमी समिति का समर्थन करते हुए कहा कि 500 क्या 50 हजार लोगों की एक साथ गिरफ्तारी देंगे, उसमें हम भी शामिल होंगे.
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क्या है पूरा विवाद:बता दें, खूंटी में मंगलवार को रामनवमी की मंगलवारी शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी की घटना हुई थी. जिसके बाद प्रशासन ने 55 नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था. प्रशासन के इसी कार्रवाई के खिलाफ रामनवमी समिति ने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया था और प्रशासन से केस वापस लेने की मांग की थी. समिति के समर्थन में विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा और सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी सामने आए और प्रशासन के सामने अपनी बाते रखीं, लेकिन कोई हल नहीं निकाला जा सका. अब प्रशासन की परवाह किए बिना केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के आश्वासन के बाद खूंटी में रामनवमी समिति ने महोत्सव मनाने का फैसला लिया है.