झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

खूंटी डीसी ने शांति समिति की बैठक में दिखाए कड़े तेवर, कहा- सौहार्द्र बिगाड़ने पर सीसीए और रासुका एक्ट के तहत करेंगे कार्रवाई - खूंटी डीसी

खूंटी में शांति समिति की बैठक हुई. जिसमें मंगलवार को हुई घटना और उसके बाद शहर के तनावपूर्ण माहौल को लेकर चर्चा की गई. बैठक में डीसी ने स्पष्ट रूप से कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाले लोगों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा. उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

peace committee meeting in khunti
peace committee meeting in khunti

By

Published : Apr 8, 2022, 12:01 PM IST

Updated : Apr 8, 2022, 12:19 PM IST

खूंटीः जिले में दो समुदायों के बीच हुए हिंसक झड़प के तीसरे दिन जिला प्रशासन ने दोनों समुदायों के प्रबुद्ध वर्ग के साथ शांति समिति की बैठक की. डीसी ने सभी जिलावासियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगर किसी भी समुदाय के लोग उपद्रव फैलाने को कोशिश करेगें तो जिला प्रशासन कानूनी कार्रवाई करने को बाध्य है. आने वाले त्यौहारों के दौरान अगर उपद्रव हुआ तो प्रशासन की तरफ से कड़ी कड़ाई की जाएगी.

ये भी पढ़ेंःखूंटी में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च, लोगों से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील

बैठक में उपस्थित दोनों समुदाय के प्रतिनिधियों ने कहा कि जिले में कभी भी इस तरह की घटना पहले घटित नहीं हुई है. आगे से दोनों समुदाय के लोग मिलजुलकर आपसी सौहार्द्र कायम रखेंगे. ज्ञात हो कि दो दिन पूर्व रामनवमी के मंगलवारी शोभायात्रा के दौरान हुए पथराव के बाद दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए थे और दोनों समुदाय के बीच झड़प हुई थी. स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण पूरे शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. उपद्रव के बाद गुरुवार को शहर में माहौल शांतिपूर्ण है और जनजीवन सामान्य नजर आया.

शशि रंजन, डीसी


उपायुक्त की अध्यक्षता में बुलाई गई शांति समिति की बैठक में पूरे जिलेवासी शामिल हुए. जबकि जिले के सभी थाना प्रभारी, बीडीओ, सीओ भी मौजूद रहे. जहां प्रबुद्धजनों ने मंगलवार को हुई घटना के बारे में बताया. केंद्रीय रामनवमी के मंत्री और अंजुमन इस्लामिया के सदस्यों ने बताया कि मंगला जुलूस के दिन दोनों पक्षों के लोग शामिल नहीं थे. कोई बाहरी व्यक्ति ने घटना को आजम देने की कोशिश की थी.

प्रबुद्धजन को सुनने के बाद उपायुक्त शशि रंजन ने कड़े अंदाज में कहा कि दोबारा जिले में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो. यदि फिर हिंसक घटनाएं घटती हैं तो जिला प्रशासन सख्त से सख्त जदम उठाने को बाध्य होगा. सीसीए और रासुका जैसे आईपीसी एक्ट के के तहत कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे. पूर्व की घटना का अलग अलग एंगल से वीडियो बनाकर लंबे समय तक सोशल मीडिया के माध्यम से दिखाना हिंसक प्रवृति को बढ़ावा देने के बराबर है. उपायुक्त ने साफ शब्दों में कहा कि पुलिस प्रशासन आपकी सुरक्षा के लिए है किसी तरह का दबाव बनाने के लिए नहीं. पुलिस प्रशासन भी आपके समाज से है. सबकी किसी न किसी पर आस्था है. पर्व त्योहारों में पुलिस प्रशासन सुरक्षा में मुस्तैद रहती है. जबकि पूरे समाज की जिम्मेवारी है कि शांतिपूर्ण माहौल में सौहार्द्रपूर्ण तरीके से त्योहार मनाया जाए. घटना की पुनरावृत्ति न हो यह सबकी जिम्मेवारी है.

Last Updated : Apr 8, 2022, 12:19 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details