खूंटी: तोरपा थाना क्षेत्र के रोड़ो गांव में 26 नवंबर को पुलिस की छापेमारी के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई थी. इस मामले में छह महीने बाद कोर्ट के निर्देश पर तोरपा थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, एसआई विश्वजीत ठाकुर, एसआई प्रीतम राज, एसआई महती चोपाई के खिलाफ हत्या और छेड़खानी का मामला दर्ज किया गया है. मृतक निजामुद्दीन की पोती की शिकायत पर तोरपा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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26 नवबंर 2022 की रात पुलिस गांव में प्रतिबंधित मांस की बिक्री करने की सूचना पर छापेमारी करने गई थी. इस दौरान आरोपी के वृद्ध पिता की मौत हो गई. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस कार्रवाई के कारण वृद्ध की मौत हुई है. जिसके बाद मामले की कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया. इस मामले में वृद्ध के परिजनों ने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई है.
इधर, पुलिस का कहना था कि पुलिस आरोपी के घर पर छापेमारी करने गई थी. वहीं दुर्भाग्यवश वृद्ध की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इसमें पुलिस का कोई कसूर नहीं है. वृद्ध से न पूछताछ की गई थी और न गाली-गलौज की गयी थी. वहीं, पीड़ित परिवार की ओर से बताया गया बुजुर्ग मो निजामुद्दीन को पुलिस के जवान ने धक्का दिया था, इससे उन्हें हार्ट अटैक आया. इसके बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और हंगामा करते हुए तोरपा थाना की पुलिस टीम को घेर लिया.
पुलिस टीम को बंधक बनाए रखने की सूचना पाकर जिला प्रशासन के कई पदाधिकारी और पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया. जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए थे और पुलिस को छोड़ा. इसके बाद पुलिस ने निजामुद्दीन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. खूंटी एसपी अमन कुमार ने मामले की जांच कराने का आदेश दिया थे. उस जांच से असंतुष्ट परिजनों ने न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई उसके बाद न्यायालय के निर्देश पर तोरपा थाना में कांड संख्या 49/23 जबकि 452,354,302,506 और 34 आईपीसी दर्ज किया गया.
इस मामल में छह महीने बाद तोरपा के पूर्व थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार (वर्तमान में रनिया थाना प्रभारी) के खिलाफ तोरपा थाना में ही एफआईआर दर्ज हुआ है. केस के आईओ तोरपा थाना प्रभारी मनीष कुमार हैं.