खूंटीः डीसी और एसपी ने बाबा अम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ बैठक की. जिसमें खूंटी में श्रावणी मेला को लेकर उपायुक्त शशि रंजन ने अंगराबाड़ी में समुचित व्यवस्था के साथ दर्शनार्थियों और कांवरियों के आगमन की सुविधा के लिए समिति के साथ समीक्षा बैठक (DC meeting with Management Committee) की. इस दौरान जिला के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार, उपविकास आयुक्त कार्यपालक दंडाधिकारी, प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र नाथ शाहदेव, महामंत्री मनोज कुमार सहित जिला के सभी प्रशासनिक अधिकारी व प्रबंधन समिति के लोग उपस्थित रहे.
बाबा अम्रेश्वर धाम में श्रावणी मेला की तैयारी, डीसी-एसपी ने प्रबंधन समिति के साथ की बैठक
श्रावण मास शुरु होने में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. ऐसे में प्रदेश के विभिन्न शिवालयों में सावन में जलाभिषेक किया जाएगा. इसको लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है. झारखंड के मिनी बाबा धाम के नाम से पहचाने जाने वाला खूंटी में बाबा अम्रेश्वर धाम या अंगराबाड़ी (Baba Amreshwar Dham) में भी सावन को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में है. इसको लेकर जिला उपायुक्त और पुलिस कप्तान ने मंदिर प्रबंध समिति के साथ बैठक की.
कोरोना की वजह से विगत दो वर्षों से श्रावणी मेला नहीं लगने के कारण इस बार भीड़ होने की संभावना है. इसी को लेकर इसमें आने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए महामंत्री मनोज कुमार की अगुवाई में बाबा अम्रेश्वर धाम कार्यालय सभागार में बैठक हुई. इस बैठक में उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि आगामी श्रावणी मेला को लेकर बोल बम में कांवरियों को दिक्कत ना हो इसके लिए प्रबंधन समिति के साथ हमेशा तत्पर रहेगी. लेकिन प्रबंधन समिति को इसपर प्रशासन के साथ मिलकर लोगों को सुलभता प्रदान करने में भूमिका निभाए. एसपी अमन कुमार ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल हमेशा तैनात रहेगी. साथ ही कहा कि कि प्रबंधन समिति के लोग कानून को अपने हाथ में नहीं लेंगे.
खूंटी के पास स्थित अंगराबारी या अमरेश्वर धाम (Angrabari In Khunti), हिंदू देवता शिव को समर्पित एक भव्य मंदिर परिसर है. इस मंदिर का निर्माण और रखरखाव अमरेश्वर धाम प्रबंधन समिति करती है. ऋषि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने इसका नाम बदलकर अमरेश्वर धाम कर दिया. यह झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 45 किमी और जिला मुख्यालय से 9 किमी दूर खूंटी-तोरपा रोड NH-20 पर स्थित है. मंदिर स्थल में गणेश, राम, सीता और हनुमान सहित कई अन्य हिंदू देवता भी हैं. सावन के महीने में और महा शिवरात्रि के दिन यहां शिव भक्तों की भारी भीड़ रहती है.