खूंटीःपीएलएफआई के एरिया कमांडर लंबू ने 25 जुलाई की रात पुल निर्माण साइट पर जमकर उत्पात मचाया है. जिससे शांत मुरहू इलाके में फिर से दहशत का माहौल बन गया है. बताते चलें कि मुरहू थाना क्षेत्र के सुरूंदा और मारंगटोली गांव के समीप दो करोड़ की लागत से एक पुल का निर्माण हो रहा है. जिसमें पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव का एरिया कमांडर राडुंग बोदरा उर्फ लंबू क्षेत्र में संगठन का वर्चस्व कायम करने में जुट गया है.
Naxal Attack In Khunti: खूंटी के मुरहू इलाके में पीएलएफआई नक्सलियों की धमक, लेवी के लिए की पुल निर्माण साइट पर तोड़फोड़ - पीएलएफआई संगठन में कई पद खाली
खूंटी के मुरहू थाना क्षेत्र में पीएलएफआई नक्सलियों ने फिर धमक दी है. पीएलएफआई के एरिया कमांडर लंबू ने लेवी के लिए पुल निर्माण साइट पर पहुंचकर तोड़फोड़ की है. वहीं नक्सली वारदात के बाद खूंटी पुलिस अलर्ट हो गई है और नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
पीएलएफआई नक्सली फिर से लेवी के लिए दहशत फैलाने में जुटेः बताते चलें कि पीएलएफआई संगठन के कई बड़े नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही कई नक्सली एनकाउंटर में मारे गए हैं. शेष बचे हुए कुछ नक्सली पुलिस के खौफ से गायब हो गए थे, लेकिन नक्सली राडुंग बोदरा उर्फ लंबू खूंटी जिले के मुरहू, अड़की और रनिया इलाके में फिर से लेवी मांगकर दहशत फैलाने का काम शुरू कर दिया है. खूंटी के एसपी अमन कुमार ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि लाका के मारे जाने के बाद लंबू इलाके में संगठन को पुनर्जीवित करना चाहता है. घटना से लोगों में पीएलएफआई के नाम पर दहशत बढ़ रहा है, लेकिन उसे जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा.
क्षेत्र में फिर से वर्चस्व कायम करना चाहता है लंबूः खूंटी के एसपी अमन कुमार ने बताया कि पुलिसिया दबिश के बावजूद लंबू खूंटी के मुरहू इलाके में पहुंचा है. सीमावर्ती इलाका होने के कारण लंबू इलाके में दहशत कायम करना चाहता है, लेकिन पुलिस नक्सली संगठन के नापाक मंसूबे को कामयाब होने नहीं देगी. गत वर्ष सबजोनल कमांडर लाका पहान को पुलिस मुठभेड़ में मार चुकी है और उसके मारे जाने के बाद से मुरहू समेत खूंटी इलाके में पीएलएफआई संगठन को संभालने वाला कोई नही हैं. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि लंबू क्षेत्र में पीएलएफआई का वर्चस्व कायम करना चाहता है.
लंबू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारीः एसपी ने बताया कि जिले में पीएलएफआई संगठन में कई पद खाली हैं और कोई भी जगह ले सकता है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि संगठन को पुनर्जीवित करने की कोशिश की जा सकती है. पुलिस लगातार पीएलएफआई के खिलाफ कार्रवाई कर रही है और संगठन से जुड़े कई नक्सलियों को सलाखों में भेजा जा चुका है. लंबू दस्ते के भी कई सहयोगियों को पुलिस ने हाल के दिनों में जेल भेजा है. एसपी ने बताया कि कंस्ट्रक्शन साइट पर तोड़फोड़ मामले की जांच की जा रही है. घटना में शामिल लंबू समेत अन्य नक्सलियों की तलाश में पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है. एसपी ने दावा किया है कि जल्द ही लंबू पुलिस गिरफ्त में होगा या लाका पहान की तरह मुठभेड़ में मारा जाएगा.