खूंटीः पत्नी और तीन बच्चों की मोहब्बत ने एक हार्डकोर नक्सली को मुख्यधारा से जुड़ने पर मजबूर कर दिया. पत्नी राड़ी सरुवर, 11 साल का एक बेटा और 7 साल व डेढ़ साल की दो मासूम बेटियों ने पत्थर दिल नक्सली को मोम बना दिया. खूंटी जिला का दो लाख का इनामी नक्सली जिसने कई लोगों को मौत के घाट उतारा आज वही नक्सली अपनी बेटियों के प्यार के कारण आत्मसमर्पण कर दिया है.
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खूंटी में हार्डकोर इनामी नक्सली ने सरेंडर किया है. भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर विमल लोहरा उर्फ बिरसा पाहन उर्फ कोका ने किया खूंटी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. खूंटी उपायुक्त शशि रंजन और एसपी आशुतोष शेखर ने माला पहना कर नक्सली को मुख्यधारा से जुड़ने पर स्वागत किया. नक्सली विमल लोहरा उर्फ बिरसा उर्फ कोका अड़की थाना क्षेत्र के रायतोड़ांग निवासी सुंदर पहान का बेटा है.
जानकारी देते एसपी और नक्सली पुलिस को दिए बयान में विमल लोहरा उर्फ बिरसा उर्फ कोका ने बताया कि वर्तमान में माओवादियों के शीर्ष नेता अपने सिद्धांतों से भटक गए हैं. भाकपा माओवादी संगठन शोषण एवं लेवी वसूलने वाली पार्टी बन गयी है. भाकपा माओवादी शीर्ष कमांडर निचले तबके के कमांडरों एवं महिलाओं का शोषण करते है एवं सिद्धांत के विपरीत कार्य करते हैं. माओवादी शीर्ष नेता ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से प्रताड़ित करने और दबाव बनाते रहते हैं.
आत्मसमर्पण कर चुका नक्सली विमल लोहरा ने बताया कि लगातार सुदूरवर्ती ग्रामीण आदिवासियों पर दबाव बनाने के लिए शीर्ष नेता प्रताड़ित करते रहते हैं. ग्रामीणों की प्रताड़ना से परेशान और पार्टी के स्थानीय आदिवासियों को महत्व नहीं मिलने के कारण भाकपा माओवादी संगठन को छोड़कर झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर परिवार के साथ रहकर सामान्य जीवन जीने के लिए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहा हूं.
सरेंडर करने पर नक्सली का स्वागत करते जिला एसपी विभिन्न थानों में दर्ज हैं कई मामलेः 39 वर्षीय एरिया कमांडर विमल लोहरा 2015 से नक्सली गतिविधियों में शामिल था. विमल लोहरा पर एक दर्जन मामले खूंटी जिला के अड़की, मुरहू और सायको थाना में दर्ज हैं. हत्या, आगजनी, पुलिस पार्टी पर हमला और सरकारी स्कूल, अस्पताल, प्रोजेक्ट भवन, टावर को उड़ाने का मामला मुख्य रूप से विमल लोहरा के नाम दर्ज है. अड़की थाना में कुल आठ मामले, मुरहू थाना में तीन मामले और साइको थाना में एक मामला दर्ज हैं.
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विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में मुख्य रूप से वर्ष 2017 के अप्रैल माह में बिरबांकी प्रोजेक्ट हाई स्कूल, अस्पताल, प्रोजेक्ट भवन और टावर को विस्फोट कर उड़ाने का मामला दर्ज है. वर्ष 2017 के सितंबर माह में मुरहू थाना के किताहातू चौक में पुलिस जवान आशियन पूर्ति को गोली मारकर हत्या की घटना में भी शामिल था. साथ ही उसकी बाइक को अपने साथ लेकर भाग गया था. 2016 में कुरुंदा में पुलिस पार्टी को जान से मारने की नीयत से फायरिंग की थी. लेकिन पुलिस पार्टी को भारी पड़ता देख विमल लोहरा अपने दस्ते के साथ जंगल पहाड़ का फायदा उठाकर भाग गया.
आत्मसमर्पण कर चुके नक्सली को पत्र सौंपते जिला उपायुक्त 2015 में मुरहू थाना क्षेत्र में लाका पाहन की बेटी बिरसी समद की पुलिस मुखबिरी के आरोप में गोली मारकर हत्या की गयी थी. 2018 के फरवरी माह में अड़की थाना क्षेत्र के चलकत कुदालता जंगल के पास हथियार से लैस होकर खूंटी पुलिस पर जानलेवा हमला और सरकारी कार्य में बाधा डालने का काम किया था. वर्ष 2018 के अगस्त माह में माओवादी बंदी के दौरान खूंटी तमाड़ मेन रोड पर आड़ा घाटी में पंजाबी ट्रेलर चालक की गोली मारकर ट्रेलर में आग लगा दी थी.