खूंटी: पत्थलगड़ी आंदोलन में शामिल लोग जो हेवेंस लाइट आवर गाइड का हवाला दिया करते थे, लेकिन अब अपनी कार्यशैली बदल दी है. वे अब हेवेंस लाइट आवर गाइड के आलोक में ही अलग कार्यक्रम आयोजित करने लगे हैं. इन्होंने रांची जिले के तमाड़ प्रखंड अंतर्गत परासी गांव में 27 फरवरी को आध्यात्मिक आरती बैठक करेंगे.
उस अध्यात्मिक आरती बैठक के लिए चीफ जस्टिस, राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत आईएस और आईपीएस अधिकारियों को निमंत्रण भेजा है, जबकि अनुमंडल पदाधिकारियों को आदेश दिया है कि एसी भारत सरकार कुटुंब परिवार के किसी भी सदस्य का वाहन जांच नहीं करेंगे. सरकार का रेवेन्यु टिकट पर निमंत्रण और आदेश जो कि मुंडारी भाषा में लिखी गई है, जिसमें निमंत्रण और आदेश अंकित है. इसे मुख्यमंत्री सचिवालय ने रिसीव भी किया है. ईटीवी भारत के संवाददाता को भी 27 फरवरी को आने के लिए एसी भारत के सदस्यों ने निमंत्रित किया है.
अनुमंडल अधिकारी को दिया आदेश
हेवेंस लाइट आवर गाइड का अनुसरण करने वाले स्वंय को अनाशकाल पूर्वी बता रहे हैं. ये स्वंय को ऐसी भारत सरकार कुटुंब परिवार के सदस्य बताते हैं. इनके द्वारा कुछ अनुमंडल स्तर के पदाधिकारियों को आदेश पत्र देकर यह कहा जा रहा है कि ऐसी भारत सरकार कुटुंब परिवार के लोगों के वाहनों का जांच नहीं करें. वहीं, सभी कार्यालयों को यह आदेश दिया जाए कि वे ऐसी भारत सरकार कुटुंब परिवार के लोगों से किसी प्रकार का टैक्स नहीं लें.
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झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, खूंटी के डीसी, बुंडू के अनुमंडल अधिकारी, तमाड़ के बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी, बुंडू के वन क्षेत्र पदाधिकारी, सार्वजनिक एवं परिसर पदाधिकारी को दिया गया है. यह निमंत्रण पत्र मंगल मुंडा समेत तीन लोगों के हस्ताक्षर से जारी किया गया है. इस पत्र के नीचे लिखा है. गवर्नमेंट ऑफ इंडिया भारत सरकार कुटुंब परिवार परासी तमाड़ रांची स्टेट झारखंड भारत.