जामताड़ा:जिले में विश्व आदिवासी दिवस (Tribal Day Celebrated) बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया. इस मौके पर ऐतिहासिक गांधी मैदान में आदिवासी समाज संगठन द्वारा भव्य समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें समाज के हजारों बुद्धिजीवी और बच्चे बूढ़े पारंपरिक परिधान के साथ शामिल हुए. कार्यक्रम में अपने अधिकार , सभ्यता संस्कृति, की रक्षा करने को लेकर आदिवासियों से एकजुट होने की अपील की गई.
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रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन: आदिवासी दिवस (Tribal Day Celebrated) पर आदिवासी समाज के कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें आदिवासी सभ्यता संस्कृति से जुड़े लोकगीत संगीत आदिवासी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया, अपने बेहतरीन गीत संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत कर कलाकारों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया. विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी समाज के लेखक बुद्धिजीवी शिक्षक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार सुशील मरांडी ने कहा कि आज भी आदिवासी समाज को जो अधिकार मिलना चाहिए वह नहीं मिल रहा है. खासकर उन्होंने झारखंड के संथाल परगना के आदिवासी समाज के सभ्यता संस्कृति हक और अधिकार की चर्चा करते हुए बताया कि संथाल परगना एसपीटी एक्ट कानून सख्ती से लागू नहीं हो पा रहा है. जिससे आदिवासी समाज अपने जमीन से वंचित हो रहे हैं. ग्रामसभा पेसा एक्ट लागू नहीं हो पा रहा है, जो भी सरकारी योजनाएं हैं वह आदिवासी समाज के अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच रहा है.
देश के सर्वोच्च पद आदिवासी महिला: विश्व आदिवासी दिवस (World Tribal Day) के मौके पर आयोजित समारोह में न सिर्फ आदिवासी समाज के लोगों ने भाग लिया. आदिवासी समाज के बुद्धिजीवी लेखक साहित्यकारों ने भाग लिया बल्कि भाजपा के नेता एवं जिले के आदिवासी समाज से जुड़े पदाधिकारियों ने भी भाग लिया. बीजेपी नेता प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वीरेंद्र मंडल ने बताया कि भाजपा ने देश के सर्वोच्च पद पर एक महिला आदिवासी को बैठाकर समाज को सबसे बड़ा सम्मान देने का काम किया है.