जामताड़ा: कोरोना के मद्देनजर गरीब वर्गों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं. इसी क्रम में उन्हें भोजन मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री दीदी किचन योजना कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है. लेकिन इसका लाभ जामताड़ा में ग्रामीण जनता को सही रूप से नहीं मिल पा रहा है. यहां तक कि ग्रामीण जनता को यह जानकारी पता तक नहीं कि मुख्यमंत्री दीदी की किचन उनके पंचायत में कब कहां चलायी जाती है.
मुख्यमंत्री दीदी किचन योजना जामताड़ा में महज कागजी खानापूर्ति बनकर रह गया है. पंचायत स्तर पर लाभ ग्रामीण जनता को नहीं मिल पा रहा है. अधिकतर मुख्यमंत्री दीदी किचन किसी के घर से या थोड़ा बहुत खाना बनाकर दो चार लोगों को खिला कर दिखा दिया जा रहा है. ग्रामीण जनता को पता तक नहीं चल पाता है कि कब कहा मुख्यमंत्री दीदी किचन चलता है और कहां भोजन मिलता है।
पंचायत में मुख्यमंत्री दीदी किचन का बैनर तक नहीं
लॉकडाउन में सरकार ने पंचायत स्तर पर कोई भूखा नहीं रहे मुख्यमंत्री दीदी किचन योजना शुरू की है, जिसमें ग्रामीणों को दोनों समय भरपेट भोजन कराना है. इस योजना की हकीकत जानकारी लेने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम ने जामताड़ा के दुलाडीह मेजिया पंचायत पहुंचा तो पंचायत भवन बंद पाया.