जामताड़ाःजिले के नारायणपुर बाजार दुर्गा मंदिर में पूर्वजों से अष्टमी के दिन दंड देने की प्रथा है. महाअष्टमी के दिन श्रद्धालु खुद को दंड देकर मां दुर्गा की आराधना करते हैं और मां को खुश करने का प्रयास करते हैं. ऐसी मान्यता है कि दंड देकर जो मां की दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना करता है मां उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. जिनकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है वह भी दंडवत होकर मां की पूजा अर्चना करता हैं.
जामताड़ाः दुर्गा मां को खुश करने के लिए अनोखी परंपरा, श्रद्धालु दंड देकर मां दुर्गा की करते हैं पूजा
महाअष्टमी के अवसर पर जामताड़ा के नारायणपुर दुर्गा मंदिर में खुद को दंड देने की एक अनोखी परंपरा है. दरअसल श्रद्धालु दंडवत होकर महाष्टमी के अवसर पर दुर्गा की पूजा अर्चना कर मां दुर्गा को प्रसन्न करते हैं और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए मन्नत मांगते हैं.
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पूर्वजों से चली आ रही है परंपरा
स्थानीय लोग बताते हैं कि नारायणपुर बाजार महतो अहरा तालाब से दुर्गा मंदिर तक लोग दंड देते हुए दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की पूजा अर्चना करते हैं और मन्नते मांगते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह प्रथा प्राचीन और पूर्वजों से चली आ रही है. नारायणपुर बाजार का दुर्गा मंदिर काफी पुराना है. बताया जाता है कि राजा महाराजाओं के काल से मां दुर्गा की यहां पूजा की जाती है और दंड देकर मां दुर्गा को खुश करने की एक परंपरा है, जो श्रद्धालु मां को दंड देकर पूजा अर्चना करते हैं माता उनकी सारी मनोकामना पूर्ण करती है.