जामताड़ा: सरकार द्वारा मनाया गया पर्यटन स्वच्छता पखवाड़ा जामताड़ा में महज दिखावा बनकर रह गया (Paryatan Svachchhata Pakhavaada failed in Jamtara). स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के नाम पर बैनर पोस्टर लगाकर सिर्फ खानापूर्ति कर दी गई है. जामताड़ा जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित लादना डैम पर्यटक स्थल के रूप में विकसित है (No Cleaness in Jamtara Ladna Dam). वहां चारों तरफ गंदगी और जंगल झाड़ फैला हुआ है.
जामताड़ा में पर्यटन स्वच्छता पखवाड़ा बना दिखावा, हर तरफ गंदगी का अंबार
राज्य सरकार द्वारा चलाया जा रहा पर्यटन स्वच्छता पखवाड़ा जामताड़ा में सिर्फ खानापूर्ति के रुप में नजर आया (Paryatan Svachchhata Pakhavaada failed in Jamtara). जामताड़ा में लाखों रुपए खर्च कर लादना डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया, लेकिन वहां चारों तरफ गंदगी फैली हुई है.
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पर्यटन स्वच्छता पखवाड़ा जामताड़ा में ढकोसला साबित: सरकार द्वारा पर्यटन स्थल के विकास को लेकर पूरे राज्य में पर्यटन स्वच्छता पखवाड़ा मनाया गया, जिसके तहत कई कार्यक्रम भी चलाए गए, लेकिन जामताड़ा में सरकार द्वारा मनाए गए पर्यटन स्वच्छता पखवाड़ा महज ढकोसला बनकर रह गया. कार्यक्रम के नाम पर सिर्फ बैनर पोस्टर लगाकर खानापूर्ती कर दी गई. जिसका नमूना जामताड़ा के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित लादना डैम में देखने को मिला. जहां पर स्वच्छता पखवाड़ा को लेकर बैनर लगा दिया गया लेकिन साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही कोई सुरक्षा का प्रबंध है. चारों तरफ गंदगी और जंगल झाड़ फैला हुआ है.
लाखों करोड़ों रुपए खर्च के बावजूद भी सुविधा नदारद:लाडला डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने को लेकर प्रशासन ने लाखों- करोड़ों रुपए खर्च किए हैं और अभी लाखों रुपए खर्च कर यहां पार्क का भी निर्माण कराया जा रहा है, जो अभी पूरा भी नहीं हुआ है. उसकी स्थिति दयनीय होने लगी है. पार्क के अंदर लगे लाइट खराब होने लगे हैं. स्थानीय लोग बताते हैं कि पर्यटन के नाम पर सिर्फ यहां लूट हो रहा है. बनाए गए पार्क में घटिया काम किया गया है. सुविधा कुछ नहीं है.
क्या कहते हैं पर्यटक: प्रकृति की सुंदरता में अपने चार चांद विखेरता जामताड़ा के लादना डैम में घूमने आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं है. कहने के लिए तो शौचालय और पानी के लिए (चापाकल) बनाया गया है. पर शौचालय में ना पानी की व्यवस्था है और ना ही चापाकल ठीक है.