जामताड़ा: ससुराल और पति से प्रताड़ित अपने 5 साल की बच्ची से अलग रह रही एक मां को करीब 8 माह बाद अपनी बेटी से मिलने का मौका मिला. जामताड़ा के चंचला मंदिर में मां बेटी की मुलाकात हुई. फैमिली कोर्ट के आदेश पर 5 घंटे के लिए अपनी बेटी से मां की मुलाकात हुई. मां ने अपने बच्ची से मिलने के लिए समय की मांग की थी. जिस पर जामताड़ा कोट के फैमिली जज ने बच्ची से मिलने के लिए चंचला मंदिर स्थान का चयन किया गया. सुबह 8:00 बजे से लेकर एक बजे तक 5 घंटे का समय दिया गया.
चंचला मंदिर में ममता की छांव! कोर्ट के आदेश पर 5 घंटे के लिए अपनी बेटी से हुई मां की मुलाकात
दहेज का दंश, पति और ससुराल की प्रताड़ना. एक पत्नी के लिए भले ही लड़ाई है लेकिन एक मां के लिए ये काफी मुश्किल वक्त होता है. जब उसकी बच्ची उससे दूर हो जाती है. लेकिन चंद वक्त की मुलाकात से मां को पुनर्जीवन मिलता, उसे एक नई ताकत मिलती है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला जामताड़ा में जहां चंचला मंदिर में मां बेटी की मुलाकात हुई. कोर्ट के आदेश पर 5 घंटे के लिए अपनी बेटी से मां की मुलाकात हो पाई.
जामताड़ा जिला के नाला प्रखंड की रहने वाली शोभा रानी मंडल की शादी जामताड़ा के अभिजीत गोराई के साथ हुई थी. शादी के बाद उन्हें एक बेटी हुई. जिसके बाद ससुराल वाले उसे दहेज को लेकर प्रताड़ित करने लगे और एक दिन उसे ससुराल से निकाल दिया गया. उस वक्त वो अपनी बेटी को लेकर मायके चली गई. लेकिन जबरन उसके बच्ची को ससुराल वाले अपने साथ ले आए और अपने पास रख लिया. मां शोभा रानी की मानें तो उसे ससुराल से बच्ची को ना मिलने दिया जाता है और ना ही ससुराल में रहने दिया जाता है. जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है.
इस मामले में पीड़िता पक्ष के अधिवक्ता द्वारा बताया गया कि फैमिली कोर्ट में मामला विचाराधीन है. पीड़िता को जबरन ससुराल से प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया गया और उसकी 5 साल की बच्ची को रख लिया गया है. मां अपनी बच्ची को वापस पाने के लिए फैमिली कोर्ट में आवेदन की है और इस बीच बच्ची से मिलने के लिए समय की मांग की थी. जिस पर कोर्ट ने चंचला मंदिर में 5 घंटे के लिए समय निर्धारित किया था.