जामताड़ाः पूर्व कृषि मंत्री रंधीर सिंह ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने हेमंत सरकार पर हिंदू विरोधी काम करने का आरोप लगाया है. उन्होंने सावन मेला में देवघर बाबाधाम में श्रद्धालुओं के पूजा करने पर रोक लगाने को लेकर सवाल उठाए हैं.
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विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला और मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए पूजा करने पर रोक
प्रत्येक सावन माह में देवघर में लगने वाला विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला इस साल भी कोरोना महामारी की वजह से नहीं लगा. सरकार द्वारा कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल भी श्रावणी मेला और बाबा बैजनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के पूजा करने पर रोक लगा दी गई है. एक माह तक चलने वाले इस मेला पर रोक लगने और मंदिर बंद रखने से जहां एक और पंडा समाज इससे जुड़े लोग के रोजी रोजगार आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. बाबा मंदिर बंद रखने और श्रावणी मेला पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर भाजपा सरकार के फैसले को विरोध कर रही है.
पूर्व कृषि मंत्री ने सनातन धर्म और हिंदू समाज पर बताया हमला झारखंड सरकार द्वारा श्रावणी मेला, बाबा मंदिर और झारखंड के प्रसिद्ध मंदिरों को बंद रखने के फैसले को पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने हिंदू विरोधी करार दिया और सनातन धर्म और हिंदू समाज पर हमला बताया है. पूर्व कृषि मंत्री भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि झारखंड में सरकार द्वारा प्रसिद्ध मंदिर को बंद रखना कहीं न कहीं सनातन धर्म, हिंदू समाज पर हमला है.
संथाल परगना की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है प्रभाव
पूर्व मंत्री रंधीर सिंह ने पूरे 1 माह तक लगने वाले इस प्रसिद्ध श्रावणी मेला में प्रतिबंध लगाए जाने और मंदिर बंद रहने के कारण पूरे संथाल परगना की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पङ़ने की चर्चा करते हुए बताया कि मेला नहीं लगने से करोड़ों का आर्थिक नुकसान हो रहा है. साथ ही इससे जुड़े रोजी रोजगार करने वाले की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर हो गई है. जिससे सरकार को कोई लेना-देना नहीं है.
केंद्र सरकार और झारखंड सरकार से मंदिर खुलवाने की मांग की
पूर्व मंत्री रंधीर सिंह ने केंद्र सरकार से हस्तझेप करने और झारखंड सरकार से झारखंड में बंद प्रसिद्ध मंदिरों को खुलवाने की मांग की. उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य में सरकार ने प्रसिद्ध मंदिरों में नियम के तहत सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को पूजा के लिए आदेश दे रखा है. जहां श्रद्धालु पूजा पाठ कर रहे हैं, लेकिन झारखंड सरकार झारखंड के सभी प्रसिद्ध मंदिरों में पूजा पाठ करने से रोक लगा रखी है.