जामताड़ाः जिले में क्रिसमस को लेकर धूम है. देशभर में जहां क्रिसमस का त्योहार धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. वहीं जामताड़ा में भी ईसाई धर्मावलंबी क्रिसमस का त्योहार काफी उत्साह के साथ धूमधाम से मना रहे हैं.
क्रिसमस के त्योहार को लेकर जामताड़ा के विभिन्न गिरजाघरों को काफी आकर्षक ढंग से सजाया गया है. तरह-तरह के लाइटों से गिरजाघर जगमगा रहा है. देर रात गिरजाघर में प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में ईसाई धर्मावलंबियों ने प्रार्थना सभा कर दुनिया को सुख समृद्धि और शांति देने का संदेश दिया है. वहीं प्रभु यीशु के जन्म को लेकर काफी खुशी माहौल में छोटे बड़े सभी ने प्रार्थना सभा कर प्रार्थना की, झूमे और नाचे.
सभी चर्चों में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. ईसाई धर्मावलंबी प्रार्थना सभा में भाग लेकर दुनिया को सुख, शांति और समृद्धि का संदेश दे रहे हैं और खुशी मना रहे हैं. पादरी फादर रोबोट सोरेन ने क्रिसमस के महत्व को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि क्रिसमस का त्योहार प्रभु यीशु के जन्मदिन को लेकर मनाया जाता है. इस दिन प्रभु यीशु का जन्म हुआ था. जिसे मनाने को लेकर एक महीने से ही तैयारी शुरू हो जाती है और इस दिन खुशी मनाते हैं सांता क्लॉस आते हैं. बच्चों के बीच गिफ्ट देते हैं. फादर का कहना था कि प्रभु यीशु दुनिया को सुख और शांति का संदेश देते हैं.
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25 दिसंबर का इंतजार ईसाई धर्मावलंबियों को साल भर रहता है. क्रिसमस का त्योहार ईसाई धर्मावलंबियों का बहुत ही बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार है. इस दिन को प्रभु यीशु के जन्मदिन को लेकर ईसाई धर्मावलंबी काफी खुशी और उल्लास के साथ उत्सव के रूप में मनाते हैं. गिरजाघरों घरों को आकर्षक ढंग से सजाते हैं. नाचते हैं गाते हैं केक काटते हैं और प्रार्थना सभा कर सुख शांति का संदेश देते हैं.