जामताड़ा: जिला का माप तौल विभाग एक प्राइवेट सहायक का विभाग बनकर रह गया है. यह विभाग प्राइवेट सहायक के भरोसे चल रहा है. यहां पर न स्थाई रूप से कोई सरकारी कर्मचारी पदस्थापित है, न पदाधिकारी पदस्थापित है. जिसके कारण व्यवसायियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल प्रभार में देवघर की एक पदाधिकारी हैं. जो कई जिले के प्रभार में है.
व्यवसायियों का कहना है कि पदाधिकारी कभी-कभार आती हैं, लेकिन कब आती है कब जाती हैं, किसी को पता तक नहीं चल पाता है. सारा काम प्राइवेट सहायक ही निपटाते हैं. मामले के बारे में प्राइवेट सहायक से पूछा गया, तो उसने बताया कि देवघर की मैडम प्रभार में है, सारा काम उन्हें ही करना पड़ता है.
बरामदे में चलता है माप तौल विभाग
व्यवसायियों का कहना है कि सरकार का राजस्व देने वाला माप तौल विभाग का अपना एक भी कार्यालय नहीं है, न ही सरकारी पदाधिकारी का कहीं कार्यालय है, न इस विभाग का कहीं बोर्ड दिखता है, वे कहते हैं कि पता ही नहीं चल पाता है कि यह माप तौल विभाग कहां है.
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स्थाई पदाधिकारी नहीं होने से होती है परेशानी
माप तौल विभाग का स्थाई पदाधिकारी और सरकारी कर्मचारी पदस्थापित नहीं होने से व्यवसायियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. व्यवसायियों को दूर-दराज से आने के बाद भी पदाधिकारी से भेंट नहीं हो पाता है. लिहाजा व्यवसायियों को परेशानी से बचने को लेकर प्राइवेट सहायक को खुशामद करने को मजबूर होना पड़ता है.
स्थाई रूप से पदाधिकारी पदस्थापित करने की मांग
चेैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष का कहना है कि यह विभाग एक प्राइवेट सहायक के भरोसे यह विभाग चल रहा है. स्थाई सरकारी पदाधिकारी नहीं रहने से व्यवसायी को काफी परेशानी होती है. उन्होंने बताया कि कई बार जिला उपायुक्त और सरकार से स्थाई रूप से पदाधिकारी पदस्थापित करने की मांग की गई, लेकिन आज तक माप तौल विभाग में स्थाई रूप से पदाधिकारी का पदस्थापित नहीं किया गया, इसको लेकर चेंबर ऑफ कॉमर्स ने सरकार से स्थाई रूप से पदाधिकारी पदस्थापित करने की मांग की. ताकि व्यवसाईयों को होने वाली दिक्क्तों का निवारण किया जा सके.