जामताड़ा: जिले में सरकार की ओर से नौनिहालों का भविष्य संवारने, उन्हें अच्छे पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र बनाए गए हैं. लेकिन आधे आंगनबाड़ी केंद्रों के अपने भवन नहीं हैं. वे जैसे-तैसे संचालित किए जा रहे हैं. जहां भवन हैं, वहां शौचालय और पानी की व्यवस्था नहीं है, अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र जर्जर हो चुके हैं. साफ सफाई की व्यवस्था भी यहां नहीं है.
जामताड़ा के आधे आंगनबाड़ी केंद्रों के न अपने भवन, न शौचालय
सरकार ने जिले में 1189 आंगनबाड़ी केंद्र तो बना दिए पर इनका संचालन कैसे हो इस पर ध्यान नहीं दे रही है. हाल यह है कि इनमें से आधे आंगनबाड़ी केंद्रों के अपने भवन तक नहीं हैं. महज 676 आंगनबाड़ी केंद्र अपने भवनों से संचालि हो रहे हैं. सबसे खराब बात है कि आधे में शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में आंगनबाड़ीकर्मी और बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
आंगनबाड़ी केंद्र का हाल बेहाल
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जामताड़ा में कई आंगनबाड़ी केंद्र को मॉडल बनाया गया है. वह भी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन कंपनी की ओर से लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन आंगनबाड़ी केंद्रों को लेकर गंभीर नहीं हैं. आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को मिलने वाली शिक्षा पौष्टिक आहार को लेकर भी कई बार सवाल उठते रहे हैं.
Last Updated : Jan 24, 2021, 4:40 PM IST