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हजारीबाग: शिक्षा के स्तर को ठीक करने के लिए विश्वविद्यालय उठा रहा कदम, तैयारियां शुरू

हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय कोरोना काल में भी शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रहा है, जिसमें ऑनलाइन सिलेबस, विश्वविद्यालय में रिसर्च इंवायरमेंट, शिक्षकों की उपस्थिति, परीक्षा और सेवानिवृत्त विश्वविद्यालयकर्मियों के पेंशन भी शामिल हैं.

Vinoba Bhave University is taking steps to improve level of education in hazaribag
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति

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Published : Jun 27, 2020, 9:34 AM IST

हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति इन दिनों विश्वविद्यालय को अपग्रेड करने के लिए प्रयासरत हैं. पिछले 2 सालों से विश्वविद्यालय के कई कर्मी अपने पेंशन के लिए आंदोलनरत थे. जिनकी संख्या 375 थी उन लोगों में से 256 लोगों को बकाया पेंशन देने की शुरुआत कर दी गई है, जिसमें 17.8 पेमेंट किया गया है. विश्वविद्यालय प्रबंधन सबसे अधिक छात्रों के लिए परेशान है.

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कॉलेज खुलने पर की जाएगी स्पेशल पढ़ाई

कुलपति डॉ. मुकुल नारायण देव का कहना है कि हमलोग ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं और कोर्स भी धीरे-धीरे पूरा हो रहा है. कॉलेज जब खुलेगा तो लोग एक महीने का स्पेशल पढ़ाई करवाएंगे और फिर 15 से 20 दिनों का समय छात्रों को दिया जाएगा. इसके बाद परीक्षा ली जाएगी ताकि छात्र अच्छा कर सकें. कुलपति का यह भी कहना है कि विश्वविद्यालय छात्रों की पढ़ाई को लेकर काफी संजीदा हैं. हमारा प्रयास है कि एक-एक बच्चा ऑनलाइन से जुड़े और वह पढ़ाई करें. विश्वविद्यालय मे अनुसंधान का वातावरण बने इसे लेकर भी अब तैयारी चल रही है. इस बाबत सभी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर, लेक्चरर, डिन से भी बात किया जा रहा है.

रिसर्च वेस पढ़ाई पर ध्यान

विश्वविद्यालय चाहता है कि छात्र अधिक से अधिक रिसर्च वेस पढ़ाई करें. अगर रिसर्च के लिए उन्हें कहीं बाहर भी जाना है तो उसकी व्यवस्था की जाएगी. इसे लेकर कई यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू भी किया जाएगा ताकि छात्र वहां जाएं और ट्रेनिंग पा सकें. कुलपति का यह भी कहना है कि विश्वविद्यालय में कई ऐसे उपकरण है जिसका उपयोग नहीं हो रहा है. हम लोग एक्सपर्ट को बुलाकर ट्रेनिंग लेंगे और फिर छात्रों को शिक्षा दी जाएगी ताकि छात्र भी वर्तमान समय में खुद को अपडेट कर सकें.

शिक्षक को कॉलेज आना अनिवार्य

समर वेकेशन के बाद शिक्षक को कॉलेज आना अनिवार्य है. कुलपति ने स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर भले ही कॉलेज या विश्वविद्यालय में छात्र नहीं आ रहे हैं, लेकिन प्रोफेसर को आना अनिवार्य होगा. शिक्षक इस दौरान नोट्स बनाएं और आगे छात्रों को कैसे पढ़ाना है इसकी पूरी रणनीति तैयार करें ताकि जब पढ़ाई शुरू हो तो किसी भी तरह की समस्या छात्रों के साथ नहीं हो.

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आपदा राहत कोष में 1 दिन के सैलरी को करेंगे दान

विश्वविद्यालय परीक्षा ले या फिर छात्र को प्रमोट किया जाए इसके लिए यूजीसी की गाइडलाइन का पालन करेगी. इसे लेकर ड्राफ्ट बनाकर यूजीसी को भेजा गया है . इंतजार किया जा रहा है कि आगे क्या किया जाए. वहीं, विनोवा भावे विश्वविद्यालय और इसके अंभिभूत कॉलेज के शिक्षक और कर्मी अपना 1 दिन का सैलरी आपदा राहत कोष में देंगे. जिसमें लगभग 11 लाख 35 हजार रुपया जमा होगा. विश्वविद्यालय ने इस दौरान 9 परीक्षा जो लिए गए हैं उनका परिणाम प्रकाशित किया है. आने वाले समय में चार अन्य परीक्षा फल भी प्रकाशित की जाएगी.

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